श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कश्मीर यात्रा का उद्देश्य आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर देश के बाकी हिस्सों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य निर्वाचन क्षेत्रों को संबोधित करना और पार्टी के लिए समर्थन जुटाना है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों को यहां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल तक 'जबरन' लाया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह 'सुंदर तस्वीर पेश करने के लिए सरकारी कर्मचारियों को जबरन लाया गया' कि 2019 के बाद 'सब ठीक है.' केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को 2019 में निरस्त कर दिया था और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था. मुफ्ती ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'सरकारी कर्मचारियों को शून्य से कम तापमान में सुबह पांच बजे बडगाम बस अड्डे पर वाहनों से प्रधानमंत्री के रैली स्थल पर ले जाया जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'यह देखकर बहुत निराशा होती है कि कर्मचारियों को यह सुंदर तस्वीर पेश करने के लिए जबरन लाया जा रहा है कि 2019 के बाद सब कुछ ठीक है और यहां लोग अपनी सामूहिक शक्ति क्षीणता और अपमान का ‘जश्न’ मना रहे हैं.' पीडीपी की अध्यक्ष ने कहा कि यह दृश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के चरम पर होने के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों की पिछली यात्राओं के विपरीत है, जब आम लोग उनके कार्यक्रम स्थलों पर उमड़ पड़ते थे और बहुत उत्साह एवं दिल में उम्मीद लेकर लौटते थे.