नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार और रविवार को ओडिशा और असम का दौरा करेंगे और इस दौरान करोड़ों रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी. उसके मुताबिक, प्रधानमंत्री तीन फरवरी को दोपहर दो बज कर लगभग 15 मिनट पर ओडिशा के संबलपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 68,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
इसके बाद प्रधानमंत्री असम की यात्रा करेंगे जहां वह चार फरवरी को 11 बज कर लगभग 30 मिनट पर गुवाहाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास पहलों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. पीएमओ ने कहा कि देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप ओडिशा के संबलपुर में सार्वजनिक कार्यक्रम में ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण किया जाएगा और कुछ की आधारशिला रखी जाएगी.
प्रधानमंत्री जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना (जेएचबीडीपीएल) के धामरा-अंगुल पाइपलाइन खंड (412 किलोमीटर) का उद्घाटन करेंगे. 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' के तहत 2,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह परियोजना ओडिशा को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेगी. प्रधानमंत्री मुंबई-नागपुर-झारसुगुड़ा पाइपलाइन के 'नागपुर झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन खंड' (692 किलोमीटर) की आधारशिला भी रखेंगे. 2,660 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाली यह परियोजना ओडिशा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को प्राकृतिक गैस की उपलब्धता में सुधार करेगी.
संबलपुर में इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री लगभग 28,980 करोड़ रुपये की कई बिजली परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और इनमें से कुछ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. जिन परियोजनाओं को वह राष्ट्र को समर्पित करेंगे उनमें ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एनटीपीसी दार्लीपाली सुपर थर्मल पावर स्टेशन (2x800 मेगावाट) और एनएसपीसीएल राउरकेला पीपी -2 विस्तार परियोजना (1x250 मेगावाट) शामिल हैं.
वह ओडिशा के अंगुल जिले में एनटीपीसी तालचेर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, चरण तीन (2x660 मेगावाट) की आधारशिला भी रखेंगे. ये बिजली परियोजनाएं ओडिशा के साथ-साथ कई अन्य राज्यों को कम लागत वाली बिजली की आपूर्ति करेंगी. प्रधानमंत्री 27,000 करोड़ रुपये से अधिक की नेवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन (एनएलसी) तालाबीरा थर्मल पावर परियोजना की आधारशिला रखेंगे. पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को मजबूत करते हुए यह अत्याधुनिक परियोजना विश्वसनीय, सस्ती और चौबीसों घंटे बिजली प्रदान करेगी, जो देश की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगी और देश की आर्थिक वृद्धि तथा समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
प्रधानमंत्री अंगुल जिले के तालचेर कोलफील्ड्स में फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं और लाजकुरा रैपिड लोडिंग सिस्टम (आरएलएस) में भुवनेश्वरी चरण-1 सहित महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड की कोयला बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. लगभग 2,145 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ये परियोजनाएं ओडिशा से शुष्क ईंधन की गुणवत्ता और आपूर्ति को बढ़ावा देंगी. प्रधानमंत्री ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित ईब वैली वाशरी का भी उद्घाटन करेंगे.