वाराणसी : जिले के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीती रात वाराणसी पहुंच चुके हैं. शुक्रवार को वह कई कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही पूर्वांचल की धरती से देश को 13 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का तोहफा देंगे. इसके साथ ही किसानों को संबोधित करते हुए अपनी चुनावी रणनीति रखने का भी काम करेंगे. आज उनके कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास जयंती का भी कार्यक्रम है. इन दोनों ही जगहों से वह युवाओं के साथ ही दलितों को साधने का काम करेंगे. बीते 10 साल में पीएम का यह 44वां दौरा है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दौरा है. ऐसे में मंदिर का जिक्र जरूर करेंगे.
बाबतपुर हवाई अड्डा से पीएम मोदी बीती रात बनारस में पहुंचे. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कई जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया है. यहां से वह बरेका गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए. जब वह रात के 10 बजे के बाद बरेका जा रहे थे तो लगभग 30 किलोमीटर के रास्ते पर जनता सड़क के दोनों ओर उनकी एक झलक पाने का इंतजार कर रही थी. उनके काफिले के गुजरने के साथ ही नारे लग रहे थे. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर हैं. ऐसे में सनातन आस्था को लेकर भी देश के सामने अपनी बात रखेंगे.
सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र :राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं कि, अयोध्या में चले आ रहे लगभग 500 साल के संघर्ष की परिणति रामलला के मंदिर बन जाने से हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने देश ही नहीं दुनिया को यह संदेश देने का काम किया कि भारत अब अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताकत को भी बढ़ा रहा है. उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की अर्थव्यवस्था और आधुनिकता के साथ ही सनातन आस्था देश का सबसे अभिन्न अंग है. ऐसे में वह अपने इस संदेश को काशी की धरती से दोहराने का काम करेंगे. वह मंच से देश में हो रहे सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र कर सकते हैं.