ऩई दिल्ली : संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर पर दिए गए एक बयान को लेकर विपक्षी पार्टियां गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर हैं. उन्होंने इसे आंबेडकर का अपमान बताया है. विवाद बढ़ते देख पीएम मोदी खुद अमित शाह के बचाव में उतर गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ इकोसिस्टम यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. आंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गंभीर रूप से गलत हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक फैमिली के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. आंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है.
क्या कहा था अमित शाह ने
यहां आपको बता दें कि संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर राज्यसभा में बहस का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने आंबेडकर को लेकर एक बयान दिया था. शाह ने कहा था कि आजकल आंबेडकर को लेकर एक फैशन सा चल पड़ा है, विपक्षी पार्टियां और उनके नेता आंबेडकर-आंबेडकर चिल्लाते रहते हैं ...अगर इतनी बार भगवान का नाम लिया होता, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता. उनके इसी बयान की कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की है.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि डॉ. आंबेडकर के प्रति कांग्रेस के कारनामों की सूची लंबी है. उन्होंने लिखा कि कांग्रेस ने उन्हें एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार चुनाव में हरवाया. खुद नेहरू ने उनके खिलाफ चुनाव प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया.
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि कांग्रेस ने अपना कार्यकाल में उन्हें भारत रत्न सम्मान से सम्मानित नहीं किया, उनके चित्र को संसद के सेंट्रल हॉल में जगह नहीं दी. कांग्रेस जितनी चाहे कोशिश कर सकती है, लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उनके शासनकाल में हुए हैं. वर्षों तक वे सत्ता में बैठे रहे लेकिन एससी और एसटी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी नहीं किया.
पीएम मोदी ने लिखा, "संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया. उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध और स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं. दुख की बात है कि उनके लिए लोग सच्चाई जानते हैं. यह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के कारण है कि हम जो कुछ भी हैं!हमारी सरकार ने पिछले दशक में बाबासाहेब के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया है. किसी भी क्षेत्र को लीजिए - चाहे वह 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना हो, एससी/एसटी अधिनियम को मजबूत करना हो, हमारी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना और भी बहुत कुछ हो, इनमें से प्रत्येक ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. गरीब और हाशिए पर हैं."