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MP में अद्भुत ऑर्ट वर्क, अरुणाचल में 3-D प्रिंटिग टेक्नोलॉजी, जानें 'मन की बात' में क्या बोले पीएम मोदी? - PM Modi

Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने 'मन की बात' के 113वें एपिसोड को संबोधित करते हुआ कहा कि पिछले साल इसी दिन चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से शिव-शक्ति बिंदु पर सफल लैंडिंग की थी.

मन की बात
मन की बात (मन की बात)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 25, 2024, 11:29 AM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 113वें एपिसोड को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को राष्ट्र ने पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया, जिसमें चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया गया. पिछले साल इसी दिन चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से शिव-शक्ति बिंदु पर सफल लैंडिंग की थी. भारत इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बना.

पीएम मोदी ने कहा कि इस साल मैंने लाल किले से बिना पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले एक लाख युवाओं को पॉलिटिकल सिस्टम से जोड़ने का आह्वान किया. मेरी इस बात पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है. इससे पता चलता है कि कितनी बड़ी संख्या में हमारे युवा, राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं. बस उन्हें सही मौके और सही मार्गदर्शन की तलाश है.

'हर घर तिरंगा और पूरा देश तिरंगा'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "हर घर तिरंगा और पूरा देश तिरंगा इस बार ये अभियान अपनी पूरी ऊंचाई पर रहा. देश के कोने-कोने से इस अभियान से जुड़ी अद्भुत तस्वीरें सामने आई हैं. हमने घरों पर तिरंगा लहराते देखा - स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में तिरंगा देखा. लोगों ने अपनी दुकानों, दफ्तरों में तिरंगा लगाया, लोगों ने अपने डेस्कटॉप, मोबाइल और गाड़ियों में भी तिरंगा लगाया. इस अभियान ने पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया है और यही तो 'एक भारत- श्रेष्ठ भारत' है."

बारेकुरी गांव का किया जिक्र
इस बीच पीएम ने असम में तिनसुकिया जिले के छोटे से गांव बारेकुरी में का भी जिक्र किया, जहां मोरान समुदाय के लोग रहते हैं. उन्होंने कहा कि हूलॉक गिबन्स ने इस गांव में ही अपना बसेरा बना लिया है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस गांव के लोगों का हूलॉक गिबन के साथ बहुत गहरा संबंध है.गांव के लोग आज भी अपने पारंपरिक मूल्यों का पालन करते हैं. इसलिए उन्होंने वे सारे काम किए, जिससे गिबन्स के साथ उनके रिश्ते और मजबूत हों.

अरुणाचल में 3-D प्रिंटिग टेक्नोलॉजी का उपयोग
पशुओं के प्रति प्रेम में हमारे अरुणाचल प्रदेश के युवा साथी भी किसी से पीछे नहीं हैं. अरुणाचल में हमारे कुछ युवा-साथियों ने 3-D प्रिंटिग टेक्नोलॉजी का उपयोग करना शुरू किया है - जानते हैं क्यों? क्योंकि वो, वन्य जीवों को सींगों और दांतों के लिए शिकार होने से बचाना चाहते हैं. नाबम बापू और लिखा नाना के नेतृत्व में ये टीम जानवरों के अलग-अलग हिस्सों की 3-D प्रींटिग करती है.

पार्क में कचरे से अद्भुत ऑर्ट वर्क
मध्य-प्रदेश के झाबुआ में कुछ ऐसा शानदार हो रहा है, जिसे आपको जरूर जानना चाहिए. वहां पर हमारे सफाई-कर्मी भाई-बहनों ने कमाल कर दिया है. इन भाई-बहनों ने हमें 'Waste to Wealth' का संदेश सच्चाई में बदलकर दिखाया है. इस टीम ने झाबुआ के एक पार्क में कचरे से अद्भुत ऑर्ट वर्क तैयार किया है.

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