जम्मू: पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नागरिक समाज के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं में घुसपैठ कर ली है. यह उस दौर में हुआ जब राज्य उग्रवाद की चपेट में था. उन्होंने कहा कि मुख्यधारा की क्षेत्रिय पार्टियों ने राजनीतिक लाभ के लिए आतंकी नेटवर्क के नेताओं को बढ़ावा दिया. स्वैन ने यहां भारतीय प्रबंधन संस्थान में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इन नेताओं के लिए मारे गए आतंकवादियों के घर जाना और उनके पीड़ितों के साथ सार्वजनिक रूप से सहानुभूति जताना आम बात हो गई थी.
उन्होंने कहा कि घाटी में तथाकथित मुख्यधारा या क्षेत्रीय राजनीति की बदौलत पाकिस्तान ने नागरिक समाज के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं में सफलतापूर्वक घुसपैठ की है. यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि कई लोगों ने खरगोश के साथ दौड़ने और शिकारी कुत्ते के साथ शिकार करने की कला में महारत हासिल कर ली थी, जिससे आम आदमी और सुरक्षा बल दोनों ही हैरान, भयभीत और भ्रमित हो गए थे.
स्वैन ने कहा कि आतंकवाद में भर्ती करने वालों को खत्म करने की अनुमति तो दी गई, लेकिन भर्ती करने और (आतंकवाद के) वित्त की व्यवस्था करने वालों की कभी जांच नहीं की गई. डीजीपी ने कहा कि जमीयत-ए-इस्लामी ने आतंकवादियों को धार्मिक और वैचारिक औचित्य प्रदान किया.
उन्होंने कहा कि यह एक खुला रहस्य था कि जमीयत नेटवर्क न केवल स्थिति को सामान्य करने के सरकारी प्रयासों को विफल करने में सक्षम था, बल्कि उसके पास एक आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क भी था, जिसने सड़क पर विरोध प्रदर्शन को संगठित करने में बड़ी भूमिका निभाई.