नई दिल्ली:विदेशी शिक्षा भर्तीकर्ताओं ने ग्रेजुएट वीजा रूट को बरकरार रखने के यूके सरकार के कदम का स्वागत किया है. इससे भारतीय छात्रों को बड़ी राहत मिली है. इससे पहले यूके सरकार ने कहा था कि वह विदेशी छात्रों के लिए ग्रेजएट वीजे को बरकरार रखेगी जो छात्रों को दो साल के पोस्ट-ग्रेजुएशन के दौरान काम करने या नौकरी सर्च करनी की इजाजत देता है.
इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए हैदराबाद स्थित नेक्स्ट स्टेप ओवरसीज एजुकेशन कंसल्टेंट के संस्थापक श्रीधर पी ने कहा, 'हम 2008 से छात्रों की मदद कर रहे हैं. यूके का पोस्ट स्टडी वर्क वीजा भारतीय छात्रों के लिए प्रमुख स्थलों में से एक रहा है. यह उन्हें ब्रिटेन में रहने और नौकरियों की तलाश करने की अनुमति देता है.
यूके में पढ़ने वाले 40 फीसदी विदेशी छात्र भारत के
उन्होंने कहा कि यूके में पढ़ने वाले 40 फीसदी विदेशी छात्र भारत से हैं और पिछले कुछ साल में इन छात्रों ने यूके की अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर योगदान दिया है. श्रीधर ने कहा कि यूके कैबिनेट में काफी चर्चा और बहस के बाद ग्रेजुएट वीजा रूट को बरकरार रखने का फैसला विदेशी छात्रों के लिए एक स्वागत योग्य कदम है, खासकर भारतीय छात्रों के लिए जो यूके को टॉप डेस्टिनेशन में से एक के रूप में देखते हैं, जहां उन्हें सस्ती ट्यूशन भी मिल सकती है.
सस्ती ट्यूशन फीस और आसान वीज़ा प्रक्रिया छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों के लिए भी एक बड़ी राहत है, क्योंकि यह उन्हें शिक्षा पर बड़ी रकम खर्च करने के बाद यूके में बसने का अवसर प्रदान करता है. ब्रिटेन सरकार के इस कदम से ब्रिटेन में हायर ऐजुकेशन हासिल करने की इच्छा रखने वाले भारतीय छात्रों को मदद मिल सकती है.
एजेंटों को विनियमित करेगी यूके सरकार
सूत्रों के मुताबिक यूके का गृह मंत्रालय उन एजेंटों को विनियमित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा जो विदेशी छात्रों की भर्ती करते हैं. इसके अलावा मंत्रालय उन्हें भर्ती करने वाले संस्थानों के लिए सख्त स्टैंडर्ड भी बनाएंगे. इसे समीक्षा के अधीन रखा जाएगा, क्योंकि इसमें छात्र वीज़ा पर नकेल कसने का प्रस्ताव रखा गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका उपयोग आव्रजन के एंट्री गेट के रूप में न किया जाए.