गुवाहाटी: पूर्वोत्तर राज्य इस समय बेरोजगारी का दंश झेल रहा है.असम सरकार के आंकड़ों के मुताबिक असम की कुल आबादी के 10 प्रतिशत से ज्यादा लोग बेरोजगार हैं. आकड़ों से पता चला है कि 3359176 बेरोजगार लोगों ने असम सरकार के बेरोजगारी पोर्टल पर अपना नाम दर्ज कराया है.
दिलचस्प बात यह है कि पिछले दस महीनों में बेरोजगार लोगों की संख्या में 13 लाख का इजाफा हुआ है. ये आंकड़े भाजपा नेतृत्व वाली सरकार द्वारा रोजगार सृजन के बारे में की गई बड़ी-बड़ी बातों के बिल्कुल विपरीत हैं, जिसने असम में अपने दूसरे कार्यकाल का तीसरा साल पूरा किया है. जानकारी के मुताबिक असम सरकार के रोजगार पोर्टल में अपना नाम दर्ज कराने के लिए कुल 34,28,763 लोगों ने आवेदन किया है, जिसमें 19,78,558 पुरुष और 14,49,628 महिलाएं. इसके अलावा नाम दर्ज करवाने वालों में 577 थर्ड जेंडर भी शामिल हैं.
प्राप्त आवेदनों में से 65894 को खारिज कर दिया गया और 3695 अभी भी विचाराधीन हैं, जिससे राज्य में बेरोजगारों की संख्या कुल 33,59,176 पहुंच जाती है. यह असम की कुल आबादी का दस प्रतिशत से थोड़ा अधिक है, जहां कि जनसंख्या कुल 3.33 करोड़ है.
आंकड़ों में आगे कहा गया है कि 33,59,176 बेरोजगारों में से सबसे ज्यादा 12,88,473 हायर सेकेंडरी पास हैं, जबकि 7.29,132 ग्रेजुएट हैं और 1,04,565 पोस्ट ग्रेजपएट हैं. इसके अलावा 798 पीएचडी डिग्री धारक अभी भी बेरोजगार हैं, 10वीं पास बेरोजगारों की संख्या 483165 है, जबकि 13985 लोग ITI पास हैं. गौरतलब है कि 2016 में असम में सत्ता में आई भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बेरोजगारी के मुद्दे को संबोधित करने में विफल रही है. हर महीने बेरोजगारों की संख्या में 1.5 लाख की वृद्धि हो रही है.
इस बीच असम सरकार ने हाल ही में बेरोजगारी के पंजीकरण की प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है. ऐसे में यह उम्मीद की जा रही थी कि डिजिटलीकरण की प्रक्रिया भर्ती की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगी और बेरोजगारी की संख्या को कम करेगी, फिर भी संख्या दैनिक आधार पर बढ़ रही है. इस संबंध में कांग्रेस नेता मीरा बोरठाकुर ने कहा, "असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार युवाओं को उद्यमशीलता गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के बारे में मीडिया के माध्यम से बड़े-बड़े विज्ञापन प्रकाशित कर रही है. हालांकि, बेरोजगारी का ग्राफ बढ़ता जा रहा है."
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली इस सरकार ने हर साल पांच लाख नौकरियां पैदा करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य में 33 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं, लेकिन लाखों ऐसे हैं जिन्होंने पोर्टल पर अपना नाम दर्ज नहीं कराया है.
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