नई दिल्ली: एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट से विपक्ष खुश नहीं है. विपक्षी दलों का आरोप है कि बजट में सरकार द्वारा भेदभाव किया गया है. कांग्रेस के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मंगलवार देर शाम बैठक की, जिसमें बजट को लेकर संसद में बुधवार को विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार ने बजट की अवधारणा को ही नष्ट कर दिया है. अधिकांश राज्यों के साथ भेदभाव किया गया है. इसलिए इंडिया गठबंधन के सांसदों ने बैठक में बजट का विरोध करने के तरीकों पर चर्चा की.
बजट पर आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल से बातचीत (ETV Bharat) वहीं, राजस्थान के नागौर से सांसद और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल भी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में आपदा आई है. लेकिन सिर्फ आंध्र प्रदेश और बिहार को ही राहत पैकेज क्यों दिया गया, क्योंकि इन्हें सरकार बचानी है. उन्होंने बताया कि बजट में भेदभाव के कारण इंडिया गठबंधन इसका विरोध करेगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट की विपक्ष ने आलोचना की है. उनका कहना है कि अन्य राज्यों की तुलना में बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार को तरजीह दी गई है, दोनों राज्यों से एनडीए के प्रमुख सहयोगी दल आते हैं.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे 'कुर्सी बचाओ बजट' करार दिया. उनका कहना है कि सरकार ने अन्य राज्यों की कीमत पर सहयोगियों को खुश करने की कोशिश की है. राहुल गांधी ने इसे कॉपी और पेस्ट बजट बताया था.
बैठक में अरविंद केजरीवाल का मुद्दा भी उठा
वहीं, इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि इंडिया अलायंस की बैठक हुई. हमने अरविंद केजरीवाल का मुद्दा भी उठाया कि उनका शुगर लेवल 36 बार 50 से नीचे चला गया है. इसलिए हमने संयुक्त बयान जारी करने और इस पर संयुक्त विरोध प्रदर्शन करने की बात कही. इस पर फैसला लिया जाएगा.
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