हैदराबाद: दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है. इस दौरान I.N.D.I.A गठबंधन के विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री की 'मंगलसूत्र' पर की गई टिप्पणी का जवाब दिया.दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने पीएम को सीधे तौर पर चुनौती दे दी है. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि वे एक पैराग्राफ ऐसा दिखा दें जिसे पढ़कर उनपर किसी विशेष वर्ग के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है. आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस ने भाजपा के सूरत सांसद के निर्विरोध जीतने पर भी निशाना साधा. बता दें कि, पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेता इस वक्त कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते दिख रहे हैं.
पी चिदंबरम का पीएम मोदी पर तंज
राजस्थान में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणी कि कांग्रेस के घोषणापत्र में लोगों की संपत्ति को मुसलमानों के बीच वितरित करने की बात कही गई है. इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी मानती है कि देश में सामाजिक और आर्थिक असमानताएं मौजूद हैं. 'हम मानते हैं कि इस देश में सामाजिक विभाजन, सामाजिक असमानता और आर्थिक असमानता है. सबसे अधिक प्रभावित लोग एससी, एसटी और गरीब हैं, चाहे वे किसी भी धर्म के हों... अगर समाज के हर वर्ग के लिए न्याय लाना तुष्टीकरण माना जाता है. चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र पूरे देश में, यहां तक कि तमिलनाडु के सुदूर गांवों में भी चर्चा का विषय बन गया है. उन्होंने बीजेपी के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि, भाजपा के मेनिफेस्टो दो घंटे में ही गायब हो गया. कोई भी इसके बारे में चर्चा तक नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के मेनिफेस्टो में कुछ भी नहीं है. मोदी की गारंटी किसी राजनीतिक दल का घोषणा पत्र नहीं हो सकती है. इसी वजह से पीएम मोदी कांग्रेस के घोषणा पत्र से ईर्ष्या करते हैं. चिदंबरम ने आगे पीएम मोदी से कांग्रेस का घोषणा पत्र पढ़ने की सलाह दी है.
क्या बोले सैम पित्रोदा
दूसरी तरफ, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भी पीएम मोदी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को "तत्कालीन 'मुस्लिम लीग' का चुनावी दस्तावेज" बताए जाने पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा उन्हें पीएम पर शर्म आती है. उन्होंने पीएम मोदी को पैथोलॉजिक्ल झूठा करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की टीम कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में झूठ बोल रही है. हाल ही में 'जिनके पास अधिक बच्चे हैं' वाली टिप्पणी के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए पित्रोदा ने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद भाजपा के मन में डर बैठ गया है और इसने उन्हें ऐसी टिप्पणियां करने के लिए प्रेरित किया है. पित्रोदा ने सवाल किया, 'आप हमारी महिलाओं का अपमान कैसे कर सकते हैं...मुसलमानों के वास्तव में अधिक बच्चे नहीं हैं. वह (पीएम मोदी) जो चाहें कह सकते हैं, उनकी नैतिक जिम्मेदारी भी है. वह कानून से ऊपर नहीं हैं.
बता दें कि बीजेपी नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कांग्रेस के घोषणापत्र पर निशाना साध रहे हैं. वहीं एक रैली में पीएम मोदी नें कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि ये लोग आम जन की संपत्ति ज्यादा बच्चों वालों में बांट देंगे. इस बात के बाद से मामले ने ऐसा तूल पकड़ा लिया है कि हर चुनावी रैली में इसी पर बयानबाजी चल रही है.
'बीजेपी हार रही है, कीचड़ तो उछालेंगे'...शशि थरूर बोले
वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी के घोषणापत्र में धन पुनर्वितरण का कोई जिक्र नहीं है. यह भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोगों का ध्यान भटकाने का एक हताश प्रयास मात्र है. क्योंकि वे लोकसभा में अपनी हार के बारे में जान चुके हैं. शशि थरूर ने आगे कहा कि, कांग्रेस का घोषणा पत्र में कही भी धन के पुनर्वितरण का जिक्र नहीं है. इसमें कहीं भी किसा का सोना लेने और महिलाओं के मंगलसूत्र छीनने की बात नहीं कही गई है. ये सब बेतुके हमले बीजेपी की तरफ से की जा रही है. थरूर ने कहा कि बीजेपी हताश है कि वे चुनाव हार रहे हैं, इसलिए वे जितना संभव हो उतना कीचड़ उछालेंगे. इससे पहले पीएम मोदी पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि कांग्रेस लोगों का सोना और संपत्ति छीनना चाहती है... वे सोना और संपत्ति छीनकर अधिक बच्चे रखने वालों के बीच बांट देंगे.