भोपाल:पद - परिवहन आरक्षक, साढ़े 6 साल की नौकरी और करोड़ों की कमाई... यह कहानी मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में चल रहे भ्रष्ट तंत्र का पोल खोलती है. मध्य प्रदेश लोकायुक्त की टीम ने जब परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्टेबल सौरभ शर्मा और उसके साथी चेतन सिंह के ठिकानों पर छापा मारा तो उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि एजेंसियों को नोट गिनने की मशीन ही नहीं, बल्कि सोना तोलने के लिए तराजू भी बुलाने होंगे.
आयकर विभाग को मिली डायरी में कई नेताओं और अधिकारियों के नाम
कार्रवाई में अब तक करीबन 14 करोड़ नकद, 52 किलो सोना, चांदी की 200 सिल्लियां मिल चुकी हैं. लोकायुक्त के बाद इस मामले की जांच में अब ईडी और डीआरआई की भी एंट्री हो गई है. आयकर विभाग के हाथ एक डायरी भी लगी है, जिसमें कई नेताओं और अधिकारियों के नाम बताए जा रहे हैं.
एकआरक्षकसाढ़े 6 साल में कैसे बन गया करोड़पति
लोकायुक्त और आयकर विभाग की कार्रवाई की जद में आए सौरभ शर्मा ने परिवहन विभाग में सिर्फ साढ़े 6 साल ही नौकरी की है. उसके पिता डॉ. आरके शर्मा की 2015 में मौत हो गई थी. बेरोजगार सौरभ ने स्वास्थ्य विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया. सांठगांठ कर सौरभ ने स्वास्थ्य विभाग से लिखवा लिया कि विभाग में कोई पद ही खाली नहीं है और फिर उसे परिवहन विभाग में बतौर आरक्षक नौकरी मिल गई.
- 100 करोड़ की काली कमाई लगाई ठिकाने, पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के पास 8 करोड़ की प्रॉपर्टी और मिली
- काली कमाई का कुबेर निकला अदना सा कांस्टेबल, 52 किलो सोना, 10 करोड़ कैश के बाद मिली अकूत संपत्ति
बताया जाता है कि सौरभ शर्मा ने परिवहन विभाग के पीए से नजदीकियां बढ़ाई और परिवहन नाकों की दलाली शुरू कर दी. कुछ समय में ही सौरभ ने नाकों के जरिए हो रही उगाही का सिस्टम समझा और पूरा काम खुद ही देखने लगा. दलाली की इस रकम के जरिए उसने नेताओं और अधिकारियों तक अपनी सीधी पहुंच बना ली. विभाग में उसका रसूख ऐसा हो गया कि वह परिवहन नाकों पर इंस्पेक्टरों तक की पोस्टिंग कराने लगा, लेकिन साढ़े छह साल बाद जून 2023 में उसने नौकरी छोड़ दी. बताया जाता है कि इसके बाद वह प्रॉपर्टी के धंधे में कूदा और अधिकारियों से सांठगांठ कर उनकी काली कमाई को निवेश कराने का भी काम कर रहा था.
लोकायुक्त की कार्रवाई में क्या-क्या मिला
लोकायुक्त को सौरभ शर्मा के भोपाल के पॉल इलाके ई-7/78 अरेरा कॉलोनी में कार्रवाई के दौरान विदेश मुद्रा और भारतीय मुद्रा सहित कुल 1 करोड़ 15 लाख नगदी, 50 लाख की सोने और हीरे की ज्वेलरी, 2 करोड़ 21 लाख के वाहन एवं घर में उपलब्ध सामग्री सहित कुल 3 करोड़ 86 लाख की संपत्ति का खुलासा
हुआ है.