जूनागढ़: गुजरात में फर्जी कोर्ट, नकली जज और जूनागढ़ में अवैध पार्किंग पकड़े जाने के बाद पुलिस ने एक फर्जी आर्मी कैप्टन को भी हिरासत में लिया है. प्रवीण सोलंकी खुद को सेना में कैप्टन बताकर रेलवे में लोको पायलट की नौकरी दिलाने के बदले बड़ी धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था.
खबर के मुताबिक, प्रवीण सोलंकी, जो पहले एक आर्मी कैंप में मजदूर के रूप में काम करता था, उसके बारे में शिकायत मिली थी कि वह रेलवे में लोको-पायलट की नौकरी के बदले लोगों से भारी रकम ठग रहा है. शिकायत दिव्येश भूटिया नाम के शख्स ने की थी. जिसके आधार पर पुलिस ने कुछ ही दिनों में आरोपी फर्जी कैप्टन प्रवीण सोलंकी को हिरासत में ले लिया.
कई सारे नकली के बीच असली को पहचानना बहुत मुश्किल हो गया है. पुलिस ने सोमवार को जूनागढ़ शहर के ऊपरकोट इलाके के पास अवैध पार्किंग कर रहे एक व्यक्ति को पकड़ा था. आज 6 नवंबर को लगातार दूसरे दिन जूनागढ़ शहर से एक फर्जी आर्मी कैप्टन को पुलिस ने पकड़ा है. शिकायतकर्ता दिव्येश भूटिया की शिकायत के आधार पर जूनागढ़ पुलिस ने प्रवीण सोलंकी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो मूल रूप से कोडिनार तालुक के बावा के पिपलवा गांव का रहने वाला है.
पूरे मामले की जानकारी देते हुए विभागीय पुलिस अधीक्षक हितेश ढांडालिया ने मीडिया को बताया की, ''फर्जी कैप्टन प्रवीण सोलंकी, जो पुलिस हिरासत में है, पहले बेरोजगार होने के कारण मजदूरी करने के लिए सेना शिविर में शामिल हो गया था. इसके बाद वह चालाकी से आर्मी कैप्टन रैंक की वर्दी पहनकर घूमता रहा और फर्जी एनएसए आईडी कार्ड भी बना लिया. साथ ही वह लोगों को यह भी जानकारी देता था कि वह फिलहाल संसद भवन में काम कर रहा है. इस प्रकार फर्जी कैप्टन प्रवीण सोलंकी गलत विवरण देकर रेलवे में लोको-पायलट के रूप में नौकरी दिलाने के बदले में लोगों से बड़ी रकम की ठगी कर रहा था.''
पुलिस अधीक्षक हितेश धांडालिया ने आगे जानकारी देते हुए कहा की, ''फिलहाल आरोपी पुलिस की हिरासत में है. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. पुलिस इस बात को लेकर भी काफी गंभीर है कि उसके पास आर्मी कैप्टन की ड्रेस कैसे आई और नकली आई कार्ड कैसे बनाया.'' साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस नकली कैप्टन ने कितनी जगहों पर फर्जी आईडी कार्ड का गलत इस्तेमाल किया है.' ऐसे में पुलिस ने पूरे मामले में आरोपियों के साथ पूछताछ के दौरान भी कुछ खुलासे होने की संभावना जताई है.
ये भी पढ़ें:नकली जज बनकर कथित तौर पर फर्जी अदालत में करता था सुनवाई, कोर्ट ने ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा