नई दिल्ली/रायपुर: बस्तर में शनिवार को एनआईए ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन और उसके समर्थक नेटवर्क के खिलाफ जांच तेज की है. इसी के तहत बस्तर क्षेत्र के कई स्थानों पर एनआईए ने तलाशी ली है. बस्तर के गंगलूर और पालनार गांव में व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया है. इसके तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कई मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं.
जब्त डिवाइसों को जांच के लिए भेजा गया: एनआईए ने सभी जब्त दस्तावेजों को जांच के लिए भेजा है. जांच के बाद इस सर्च अभियान को लेकर और खुलासा हो सकेगा. एनआईए ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है. एनआईए ने कहा कि यह तलाशी पालनार से दिनेश ताती नाम के व्यक्ति की गिरफ्तारी के मामले से जुड़ी थी. इसे लेकर और जांच किया जा रहा है.
कौन हैं दिनेश ताती? : दिनेश ताती नक्सलियों का मददगार माना जाता है. जून 2023 में दिनेश ताती को एक स्थानीय शोरूम से गिरफ्तार किया गया था. आरोपी के पास से 10 लाख रुपये बरामद किए गए थे. इसके साथ ही पुलिस ने इसके पास से नक्सल साहित्य भी बरामद किया था. 20 अप्रैल 2024 को स्थानीय पुलिस से एनआईए ने इस केस को अपने हाथ में लिया और जांच शुरू की. शनिवार को इसी केस के सिलसिले में जांच की गई है.
प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी संगठन की आतंकवादी गतिविधियों पर अपनी कार्रवाई तेज की है. इसके तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीमों ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के माओवादी प्रभावित बस्तर क्षेत्र में कई स्थानों पर तलाशी ली. हमारी जांच नक्सलियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए है.: राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी
नक्सलियों के ओवरग्राउंड वर्कर्स और समर्थकों को लेकर एनआईए की यह कार्रवाई की गई है. एनआईए ने कहा कि इन्हीं समर्थकों के ठिकानों पर यह कार्रवाई की गई है. इन लोगों पर नक्सलियों के फंड जुटाने और रसद पहुंचाने का संदेह भी जांच एजेंसी को है.