बेंगलुरु: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो फरार आरोपियों को कोलकाता के पास से गिरफ्तार कर लिया. एक मार्च को बेंगलुरु कैफे में हुए विस्फोट में नौ लोग घायल हो गए थे. एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में भगोड़े अदबुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजेब को कोलकाता के पास उनके ठिकाने का पता लगाया गया और एनआईए टीम ने उन्हें पकड़ लिया. 12 अप्रैल की सुबह, एनआईए कोलकाता के पास फरार आरोपियों का पता लगाने में सफल रही. यहां वे अपनी झूठी पहचान बता कर छिपे हुए थे. बाद में आरोपियों को एनआई कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें तीन दिन की एनआईए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया.
पिछले महीने, एनआईए ने 30 वर्षीय ताहा और शाजेब की तस्वीरें और विवरण जारी किए थे. उनमें से प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी. प्रवक्ता ने कहा कि शाजेब वह आरोपी है जिसने कैफे में आईईडी रखा था और ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने और उसके बाद कानून के चंगुल से बचाने वाला मास्टरमाइंड है.
एनआईए ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल की राज्य पुलिस एजेंसियों के साथ समन्वय में काम किया. एनआईए ने कहा कि 300 से अधिक कैमरों से सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करने के बाद, यह पाया गया कि 2020 में सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर उभरे आईएसआईएस के दो सदस्य शाजिब और ताहा ने विस्फोट को अंजाम दिया था.