रायपुर:छत्तीसगढ़ में नक्सली चुनावों को प्रभावित कर अपनी उपस्थिति दर्ज करने की कोशिश करते आए हैं. आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव 2024 होने हैं. बस्तर में 19 अप्रैल को मतदान है लेकिन उससे पहले नक्सलगढ़ बस्तर में एक बार फिर नक्सली किसी ना किसी घटना को अंजाम देने में लगे हुए हैं. हालांकि हमारे जवान भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ गठन के बाद साल 2003 के बाद से साल 2023 के चुनावों के दौरान नक्सली घटनाओं के बारे में.
छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान कब कब नक्सलियों ने दिखाया अपना रक्तचरित्र
29 नवंबर 2003:साल 2003 में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हो रहा था. इस दौरान गुड्डीपाल और मोदीपाल के बीच पीपुल्स वॉर ग्रुप के नक्सल सदस्यों के बारूदी सुरंग हमले में 7 पुलिस जवान शहीद हो गए. घटना उस समय हुई जब बीजापुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र पामभोई बीजापुर से मद्देड़ जा रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने हमला कर दिया. पामभोई सुरक्षित बच गए लेकिन उनके सुरक्षा काफिले में शामिल सात पुलिसकर्मि शहीद हो गए.
14 नवंबर 2003: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण मेंबस्तर क्षेत्र में 39 सीटों पर मतदान के दौरान कई IED विस्फोट किए गए. इस दौरान बारूदी सुरंग विस्फोट में 3 पुलिस जवान घायल हो गए.
16 नवंबर 2009:लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान नक्सलियों ने बस्तर और राजनांदगांव में अलग अलग क्षेत्रों में एक दर्जन से भी ज्यादा विस्फोट किए. मतदान केंद्रों में 9 ईवीएम भी छीन ली. राजनांदगांव जिले के फुलवेरा गांव में नक्सलियों ने IED विस्फोट में चुनाव अधिकारियों को ले जा रही वैन को उड़ा दिया. इस दौरान जोनल अधिकारी एके आचार्य सहित पांच चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई. 2 सीआरपीएफ जवान घायल हो गए.
12 नवंबर 2013:छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2013 के पहले चरण के मतदान के एक दिन बाद सुकमा में मतदान दलों पर नक्सलियों ने हमला किया. इस दौरान मुठभेड़ में दो बीएसएफ जवान शहीद हो गए. वहीं सुकमा के मांझीपारा इलाके में स्थित एक पुल पर बारूदी सुरंग विस्फोट में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए. इस घटना में गाड़ी के ड्राइवर की भी मौत हो गई जबकि बीएसएफ का एक डॉक्टर भी घायल हुआ.
27 अक्टूबर 2018: बीजापुर जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने IED विस्फोट में बारूदी सुरंग से सुरक्षित वाहन (एमपीवी) को उड़ा दिया. इस विस्फोट में CRPF 168वीं बटालियन के चार जवान शहीद हो गए और 2 जवान घायल हो गए. जवान चुनाव के दौरान एरिया डोमिनेशन पर निकले थे इसी दौरान नक्सली हिंसा का शिकार वो हो गए.