छिन्दवाड़ा : देश का सबसे सुंदर और पहला साउंड एंड लाइट प्रूफ नेशनल हाईवे गारंटी पीरियड में ही बदहाली का शिकार हो गया. मध्यप्रदेश के जबलपुर से नागपुर के बीच सिवनी में हाईवे को साउंड एंड लाइट प्रूफ बनाया गया था, पर 4 साल के अंदर ही इसके बड़े हिस्से की दुर्दशा हो गई. बता दें कि एनएच-44 का ये चर्चित हिस्सा पेंच टाइगर रिजर्व की वाइल्ड को देखते हुए बनाया गया था. इसका उद्देश्य था कि बिना वाइल्ड लाइफ को डिस्टर्ब किए यहां से नेशनल हाईवे गुजारा जाए. बता दें कि NH-44 देश का सबसे लंबा नेशनल हाईवे है, जो उत्तर भारत को दक्षिण से जोड़ता है.
पेंच के बफर जोन से गुजरता है ये हाईवे
16 सितंबर 2021 को करीब 960 करोड़ रुपए की लागत से देश के सबसे सुंदर साउंड एंड लाइट प्रूफ नेशनल हाईवे के हिस्से का लोकार्पण किया गया था. नेशनल हाईवे 44 का ये हिस्सा जबलपुर से नागपुर जाते वक्त सिवनी में पड़ता है. नेशनल हाईवे-44 मध्य प्रदेश के सिवनी से महाराष्ट्र के नागपुर को जोड़ता है. इसी बीच पेंच नेशनल पार्क का बफर जोन लगता है, जिसमें कई जानवर सड़क हादसे का शिकार हो जाते थे, जिसके बाद सिवनी जिले के मोहगांव से खवासा बॉर्डर तक ये हाईवे बनाया गया.
हाईवे का काफी हिस्सा इस दौरान वनवे है (Etv Bharat) वाइल्ड लाइफ की सहूलियत का रखा ध्यान
29 किलोमीटर के इस साउंड प्रूफ हाईवे में 14 अंडरपास बनाए गए हैं, जिसमें से जंगली जानवर आसानी से आ जा सकते हैं और ऊपर से वाहन बिना किसी डर के फर्राटा भरते हैं. नेशनल हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी ने इसकी 4 साल तक की गारंटी दी थी लेकिन 4 साल का समय खत्म भी नहीं हुआ और अब यहां बड़े स्तर पर पैच वर्क शुरू हो गया है.
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हाईवे के इस हिस्से की सबसे खास बात ये है कि मोहगांव से खवासा के बीच 3145 मीटर लंबाई के 14 अंडरपास बनाए गए हैं, जिससे पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी आसानी घूम फिर सकें. हाईवे पर चलने वाली गाड़ियों की आवाज और लाइट से वन्यजीव डिस्टर्ब न हों इसके लिए हाईवे के दोनों और ग्रीन कलर के साउंड बैरियर और हेडलाइट रिड्युसर लगाकर 4 मीटर ऊंची स्टील की दीवार बनाई गई है. ऐसे में इस नेशनल हाईवे के इस हिस्से से जब हवा से बातें करते सरपट वाहन दौड़ते हैं, तो उनकी आवाज और लाइट नीचे जंगली जानवरों तक नहीं पहुंचती.
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भले ही हाईवे के हिस्से की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं पर निर्माण कार्य करने वाली कंपनी ने इसके पीछे की वजह बताई है. NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजीव शर्मा ने कहा, '' नेशनल हाईवे के निर्माण में किसी भी तरह की गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं किया गया है. हाईवे के इस हिस्से का वजन अधिक होने की वजह से जमीन में कुछ डिप्रेशन आया है जिसके कारण कुछ जगह सड़क उखड़ गई है. इसका मेंटेनेंस निर्माण करने वाली कंपनी द्वारा किया जा रहा है क्योंकि अभी नेशनल हाईवे का निर्माण गारंटी पीरियड में है.''