भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश के चर्चित परिवहन घोटाले पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि "जिस घोटाले में सिपाही करोड़ों बनाकर ले गया, उसमें अधिकारियों और नेताओं की तो सोचिए. उमा ने कहा कि मुझे तो ये व्यापम से भी बड़ा मामला लगता है. उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा तो इस मामले में चूहा है, बिल से अजगर का बाहर आना तो अभी बाकी है."
उमा ने कहा ये घोटाला व्यापम से भी बड़ा
उमा भारती ने गुरुवार को भोपाल में प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई थी. पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि "जिस घोटाले में सिपाही करोड़ों बनाकर ले गए हों. आप उसमें अधिकारियों और नेताओं की सोचिए. उमा भारती ने इसे व्यापमं से भी बड़ा मामला बताया. उन्होंने कहा कि केवल फर्क इतना है कि व्यापम का प्रकार अलग था और इसका प्रकार अलग है, लेकिन जिस तरह से सरकार ने इसे गंभीरत से लिया है. बिना किसी दबाव और भय के जिस तरह से इस मामले में पकड़ा-धकड़ी की गई है, मोहन यादव इसके लिए प्रशंसा के योग्य हैं."
सौरभ शर्मा चूहा तो उमा ने किसे कहा अजगर
उमा भारती ने अपने मुख्यमंत्री काल का जिक्र करते हुए बताया कि "2003 दिसंबर में ही परिवहन को लेकर ये बात सामने आई थी. उन्होंने कहा कि उस समय मैंने तत्कालीन गुजरात के सीएम और मौजूदा प्रधानमंत्री मोदी से बात की और उनसे पूछा कि भाई कैसे करना है. जिससे हम इससे पूरा रेवेन्यू वसूल सकें. उन्होंने कहा कि तब रेवन्यू की प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कहा था रेवेन्यू के लिए शराब नीति में परिवर्तन कीजिए, फिर उन्होंने कहा कि चेक पोस्ट को लेकर कहा कि यहां तो बहुत गड़बड़ियां हैं. हम उसके सुधार पर आ ही रहे थे. शार्ट नोटिस टेंडर जारी करेंगे. ये तैयारी थी कि तब तक मैं चली गई."
उमा भारती की नजर में कौन है परिवहन का अजगर
उमा भारती ने कहा कि "2003 में परिवहन में वो बिल चूहे का बिल था, लेकिन वो लगातार गहराता गया. उस गहरे होते गए बिल से अभी सौरभ शर्मा निकला है अभी अजगर निकलना तो बाकी है."
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भोपाल में लंबे ब्रेक के बाद मीडिया से रुबरु हुईं उमा
उमा भारती लंबे ब्रेक के बाद मीडिया से रुबरु हुईं थी. मुद्दा शराबबंदी को लेकर था, लेकिन अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित रही नेत्री ने परिवहन घोटाले से जुड़े सवालों पर भी बेबाकी से ही जवाब दिये.