नई दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) का 32वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में महिलाओं ने बड़े ही गर्व के साथ इस दिन को सेलिब्रेट किया. आयोग के ऑफिसियल वेबसाईट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय महिला आयोग की सांविधिक निकाय के रूप में स्थापना महिलाओं के लिए संवैधानिक और विधायी सुरक्षापायों की समीक्षा करने, उपचारी विधायी उपायों की सिफारिश करने.
शिकायतों के निवारण को सुकर बनाने और महिलाओं को प्रभावित करने वाले सभी नीतिगत मामलों पर सरकार को सलाह देने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम,1990 (भारत सरकार का 1990 का अधिनियम संख्या 20) के तहत जनवरी, 1992 में की गई.
कब हुआ आयोग का गठन ?
पहले आयोग का गठन 31 जनवरी, 1992 को हुआ जिसकी अध्यक्ष श्रीमती जानकी पटनायक थीं. दूसरे आयोग का गठन जुलाई, 1995 में किया गया जिसकी अध्यक्ष डा0 मोहिनी गिरि थीं और तीसरे आयोग का गठन जनवरी, 1999 में किया गया जिसकी अध्यक्ष श्रीमती विभा पारथसारथी थीं. चौथे आयोग का गठन जनवरी, 2002 में किया गया और सरकार ने अध्यक्ष के रूप में डा0 पूर्णिमा आडवाणी को नामित किया. पांचवे आयोग का गठन फरवरी, 2005 में किया गया जिसकी अध्यक्ष डा0 गिरिजा व्यास थीं. छठे आयोग का गठन अगस्त, 2011 में किया गया जिसकी अध्यक्ष श्रीमती ममता शर्मा थीं. वहीं, सातवें आयोग का गठन 2014 में किया गया हें जिसकी अध्यक्ष सुश्री ललिता कुमारमंगलम हैं.
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी मौजूद रहीं
1992 में एक वैधानिक निकाय के रूप में स्थापित, एनसीडब्ल्यू ने महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मूर्त रूप देते हुए महिलाओं की शिकायतों को संबोधित करने और जागरूकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारत मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी, सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. डब्ल्यूसीडी और आयुष राज्य मंत्री-महेंद्र मुंजपारा और डब्ल्यूसीडी सचिव इंदीवर पांडे की भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे.