चंडीगढ़: नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा ने देश के 6 राज्यों में पराली जलाने की तस्वीर जारी की है. नासा ने चार और पांच नवंबर की एक्टिव फायर डेटा की तस्वीरें (nasa satellite map) जारी की हैं. जिसमें हरियाणा में पराली जलाने के मामले पंजाब के मुकाबले दो तिहाई कम हैं. सूबे में पराली जलाने के मामले मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी कम हैं.
नासा की तस्वीर, सरकार के आंकड़े : ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक 3 नवंबर 2024 को देश के 6 राज्यों में पराली जलाने के 351 मामले सामने आए थे. इनमें पंजाब में सबसे ज्यादा 216 पराली जलाने के मामले थे. इसके अलावा मध्यप्रदेश में 67, राजस्थान में 36, हरियाणा में 19, उत्तर प्रदेश में 16 मामले सामने आए हैं. दिल्ली में पराली जलाने का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
नासा ने जारी की पराली जलाने की सेटेलाइट इमेज (nasa) पराली जलाने में पंजाब नंबर वन: इसके अलावा 15 सितंबर 2024 से 3 नवंबर 2024 के बीच पराली जलाने के 9730 मामले सामने आए हैं. इसमें पंजाब में सबसे ज्यादा 4132 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा मध्यप्रदेश में 2369, उत्तर प्रदेश में 1288, राजस्थान में 1072, हरियाणा में 857 और दिल्ली में 12 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं.
पराली जलाने में पंजाब नंबर वन (haryana pollution board) देश के 6 राज्यों का आंकड़ा जारी: 4 नवंबर 2024 को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 6 राज्यों में पराली जलाने के 963 मामले सामने आए. सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश से 506 रहे. इसके अलावा पंजाब में 262, उत्तर प्रदेश में 84, हरियाणा में 13 (haryana stubble burning cases) और दिल्ली में जीरो मामले सामने आए.
पराली जलाने के आंकड़े (haryana pollution board) 15 सितंबर 2024 से 4 नवंबर 2024 के बीच पराली जलाने के 10693 मामले सामने आए. सबसे ज्यादा पंजाब में 4394 मामले पराली जलाने के सामने आए. इसके अलावा मध्यप्रदेश में 2875, उत्तर प्रदेश में 1372, राजस्थान में 1170, हरियाणा में 870 और दिल्ली में 12 मामले सामने आए.
हरियाणा में मौसम का हाल: दिवाली के बाद से दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा में वायु प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी का बना हुआ है. मंगलवार को हरियाणा में सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी इंडेक्स रेवाड़ी में 321 रहा. वहीं गुरुग्राम का एक्यूआई 298 रहा. हरियाणा के ज्यादातर जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 250 के बीच रहा.
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