वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों के साथ मीटिंग करते ललन सिंह (Etv Bharat) पटना: वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में जेडीयू का पक्ष रखने वाले ललन सिंह से मुस्लिम नेताओं ने मुलाकात की. बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मुस्लिम नेताओं की बैठक हुई थी. जबकि सोमवार को केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की अध्यक्षता में जदयू कार्यालय में आधे घंटे से भी अधिक समय तक मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक चली. मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह बैठक हुई है.
शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों के साथ मीटिंग: बैठक में शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के साथ मुस्लिमों के विभिन्न संगठन से जुड़े हुए नेता भी मौजूद थे. वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर जो आपत्ति है सभी ने ललन सिंह के सामने रख दिया है. पार्टी की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि उनकी आपत्तियों को जेपीसी की बैठक में रखा जाएगा.
मुस्लिम नेताओं को मिला आश्वसन : वक्फ बोर्ड विधेयक जब लोकसभा में पेश किया गया तो जदयू के तरफ से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने उसका पुरजोर समर्थन किया था. इसको लेकर मुस्लिम नेताओं में काफी नाराजगी है. पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुस्लिम नेताओं ने मिलकर अपनी नाराजगी जाता दी और विधेयक में कई बिंदुओं पर आपत्ति जताते हुए उसमें सुधार लाने का सुझाव दिया. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया और आज मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की अध्यक्षता में जदयू कार्यालय में एक दर्जन से अधिक मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक हुई. पार्टी के भी मुस्लिम नेता भी बैठक में मौजूद थे.
ललन सिंह से मुलाकात करते वक्फ कमेटी के मुस्लिम नेता (ETV Bharat) ''इस मामले में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मुस्लिम पक्ष और हमारी पार्टी के अल्पसंख्यकों की आपत्तियों को सुना है. हमारी पार्टी के दो सांसद जेपीसी में हैं. हम वहां पर उनकी बातों को रखेंगे.''- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
'पटना में कमेटी से मिलेंगे जेपीसी के लोग' : ललन सिंह ने बैठक के बाद मीडिया से कोई बातचीत नहीं की, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुस्लिम नेताओं ने विधेयक में जो भी आपत्ति बताई है, उसे जेपीसी की बैठक में पार्टी की तरफ से रखा जाएगा. सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने भी कहा मुख्यमंत्री की तरफ से भी आश्वासन मिला था और अब केंद्रीय मंत्री ने भी आश्वासन दिया है. शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि हम लोग विधेयक के विरोध में नहीं है, लेकिन उसमें जो कई बिंदु पर आपत्ति है उसमें सुधार होनी चाहिए.
''केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जेपीसी कमेटी के लोग पटना आकर हम लोग से भी मिलेंगे.''- इरशादुल्लाह, अध्यक्ष, सुन्नी वक्फ बोर्ड
ललन सिंह से मुलाकात करते मुस्लिम नेता (ETV Bharat) 17% से अधिक मुस्लिम वोट बैंक का मामला: बिहार में 17% से अधिक मुस्लिम आबादी है नीतीश कुमार की नजर शुरू से इस वोट बैंक पर रही है. हालांकि 2020 विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में मुसलमानों ने जदयू को वोट नहीं किया. इस कारण एक भी मुस्लिम उम्मीदवार जदयू की सीट से चुनाव नहीं जीत पाया, बावजूद इसके नीतीश कुमार मुस्लिम वोट बैंक की नाराजगी का रिस्क नहीं लेंगे. इसीलिए मुस्लिम नेताओं को मनाने में लगे हैं और लगातार उनके साथ बैठकें कर आश्वासन दे रहे हैं. अब देखना है इस मामले में जदयू का आगे क्या रुख होता है?
ललन सिंह ने सदन में किया था बिल का समर्थन: बता दें कि ललन सिंह ने सदन में बिल को इंट्रोड्यूज कराने के वक्त कहा था कि उनकी पार्टी बिल के समर्थन में है. और यह बिल मुस्लिम विरोधी नहीं है. उन्होंने कहा था कि ''वक्फ बोर्ड कानून से बनी हुई संस्था है और कानून से बनी हुई कोई भी संस्था अगर निरंकुश होगी, तो उसमें पारदर्शिता लाने का सरकार को हक है. इसलिए वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को आना चाहिए ताकि वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता आए.''
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