मुंबई : कोविड-19 महामारी के दौरान बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा बॉडी-बैग खरीद से जुड़े कथित मनी-लॉन्ड्रिंग घोटाले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को वरिष्ठ शिव सेना (यूबीटी) नेता और मुंबई के पूर्व मेयर को तलब किया है.
61 वर्षीय किशोरी पेडनेकर मुंबई की हाई-प्रोफाइल मेयर, एक प्रशिक्षित नर्स थीं, जिन्होंने आगे बढ़कर कोविड-19 के खिलाफ अभियान का नेतृत्व किया, जबकि जून 2022 में सत्ता से बाहर होने तक महा विकास अघाड़ी शासन का नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे थे.
भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया की शिकायत के बाद, मुंबई पुलिस ने कथित घोटाले में शामिल होने के लिए पेडनेकर और केंद्रीय खरीद विभाग के दो अन्य बीएमसी अधिकारियों पर मामला दर्ज किया था। ईडी ने बाद में धोखाधड़ी के मनी लॉन्ड्रिंग हिस्से की जांच की.
ईडी ने तर्क दिया है कि मृत कोविड-19 पीड़ितों को ले जाने के लिए बॉडी-बैग की दरों में भारी बढ़ोत्तरी थी, जबकि कंपनी ने अपने वितरकों को इसकी आपूर्ति लगभग 2,000 रुपये प्रति पीस के हिसाब से की थी, वह बीएमसी को वही बैग लगभग 6,800 रुपये प्रति पीस के हिसाब से दे रही थी.