वाराणसी:सावन का पवित्र महीना चल रहा है और बाबा विश्वनाथ की नगरी में इन दिनों बोल बम के जयकारे सुनाई दे रहे हैं. विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ हर दिन लगी हुई है, लेकिन सावन के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. सावन के पहले और दूसरे सोमवार को मिलाकर लगभग 6 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए हैं. मंदिर प्रशासन का कहना है कि भक्तों की संख्या उम्मीद से कम जरूर है, लेकिन सुविधाओं में बढ़ोतरी के कारण सिर्फ सोमवार ही नहीं, आम दिनों में भी भक्तों का आना हो रहा है. 22 जुलाई से शुरू हुए सावन के हर दिन लगभग 2 से 3 लाख भक्त विश्वनाथ मंदिर में पहुंच रहे हैं और लगातार भक्तों के आने का सिलसिला जारी है.
काशीवासियों के लिए अलग गेट :भोलेनाथ की नगरी काशी इन दोनों बोल बम के जयकारों से गूंज रही है. विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्तों का आना हो रहा है और भक्ति अलग-अलग रास्तों से बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर रहे हैं. मंदिर प्रशासन का कहना है कि सोमवार को छोड़कर बाकी अन्य दिनों के लिए काशीवासियों को एक अलग गेट की व्यवस्था दी गई है. यह गेट गेट नंबर 4 के पास बगल में ही मौजूद है. जहां से सुबह 4 से 5 स्पर्श दर्शन और शाम 4 से 5 झांकी दर्शन का लाभ कोई भी काशीवासी अपना आधार कार्ड या अन्य कोई भी लोकल पहचान पत्र दिखाकर ले सकता है.
नेमी दर्शनार्थियों के लिए यह व्यवस्था :विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा का कहना है कि इस सुविधा के अलावा जो भी नेमी दर्शनार्थी हैं, जिनकी संख्या लगभग 4000 के आसपास है, वह भी दर्शन का लाभ ढुंढिराज और गेट 4बी गेट से प्रवेश करके ले सकते हैं. पहले इसके लिए मंदिर प्रशासन ने एक निश्चित गेट से एंट्री डिसाइड की थी, लेकिन बाद में नेमी दर्शनार्थियों की सुविधा को देखते हुए नियमित दर्शनार्थियों को अलग से दो गेट से सुविधा प्रदान की गई है.