साहिबगंजः जिला के राधानगर थाना क्षेत्र में पंचायत के घिनौने फरमान की वजह से एक नाबालिग की जान चली गई है. क्योंकि पंचायत ने आरोपी को पुलिस के हवाले करने के बजाय नाबालिग से दुष्कर्म की कीमत लगा दी थी. 18 अगस्त की रात 8 बजे पंचायत ने पीड़ित परिवार को 1 लाख 35 हजार रु. बतौर जुर्माना देने का हुक्म सुनाया था. पंचायत के इसी फरमान के बाद 19 अगस्त की सुबह पीड़िता का शव कमरे में मिला. अब पीड़िता की मां ने दुष्कर्म के आरोपी शाहिद अनवर उर्फ मैक्सी समेत उसके परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए राधानगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
पीड़िता की मां के मुताबिक 15 अगस्त को शाहिद उर्फ मैक्सी ने उनकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया था. 16 अगस्त को जब पीड़िता ने परिजनों को इसकी जानकारी दी तो शाहिद का परिवार आ धमका और शादी का भरोसा दिलाते हुए पीड़िता को अपने घर लेकर चला गया. वहां पीड़िता को एक कमरे में बंद कर शाहिद और उसके परिजनों (अलाउद्दीन शेख, तस्लीम शेख, लाखन शेख, आजाद शेख, शहजाद शेक, इमामुल शेख, फातिमी बीबी, सहाना बीबी, ब्यूटी बीबी) ने मारपीट की और धमकी देते हुए कहा कि अगर पुलिस में शिकायत कराई तो पूरे परिवार की हत्या कर दी जाएगी.
18 अगस्त को यह मामला पंचायत में पहुंचा. 8 बजे शाम को पंचायत के सामने आरोपी शाहिद ने दुष्कर्म की बात कबूल ली. इसपर पंचायत ने आर्थिक जुर्माना लगाते हुए मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की. पंचायत के इस फैसले का पीड़िता के परिवार ने विरोध किया. इसपर आरोपी का परिवार आग बबूला हो गया और सबके सामने जान से मारने की धमकी दी. पंचायत के इस फैसले के चंद घंटों के भीतर पीड़िता का शव उसके कमरे में मिला. पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया है कि बेटी का कमरा खुला हुआ था. इससे साफ लग रहा है कि उसकी हत्या की गई है. इस मामले में पुलिस ने 19 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
राधानगर पुलिस ने बताया है कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कल रात को छापेमारी की गई थी. लेकिन सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस ने बताया है कि दुष्कर्म का आरोपी शाहिद उर्फ मैक्सी पंचायत में फैसला सुनाने वाले मुखिया मो. अलाउद्दीन का भतीजा है. इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार सहमा हुआ है.