जम्मू-कश्मीर: 18 अप्रैल की शादी की तैयारियों के बीच शहीद हुए सेना के अफसर मुकेश सिंह, ग्रामीणों को गर्व - SOLDIERS MARTYRED MARRIAGE
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के कमीला गांव के लोगों को गर्व है उनके गांव का जाबांज देश की रक्षा करते हुए शहीद हुआ. पढ़ें ईटीवी भारत के संवाददाता मोहम्मद अशरफ गनए की रिपोर्ट...
जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए सेना के अफसर मुकेश सिंह (फाइल फोटो) (ETV Bharat Urdu Desk)
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के एलओसी के पास अखनूर सेक्टर में मंगलवार को बाड़ पर गश्त के दौरान एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट में सेना के दो अफसर कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और नायक मुकेश सिंह शहीद हो गए.
नायक मुकेश सिंह सांबा जिले के कमीला गांव के रहने वाले थे. मुकेश सिंह की शादी 18 अप्रैल 2025 को तय थी और उनके परिवार के लोग शादी की तैयारियों में व्यस्त थे, लेकिन 11 फरवरी को दोपहर करीब 3:50 बजे जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में एलओसी के पास आतंकवादियों ने सेना के गश्ती दल को आईईडी से निशाना बनाया. इस घटना में मुकेश सिंह शहीद हो गए. इस साल यह पहली घटना है कि सुरक्षा बल शहीद हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर में सेना के अफसर मुकेश सिंह के घर पसरा मातम (ETV Bharat Urdu Desk)
मुकेश सिंह अपनी शादी की तैयारियां देखने के लिए 25 फरवरी को घर आने वाले थे. उनके पिता रिटायर्ड पुलिस कर्मी हैं. परिवार के लोग अपने बेटे की शादी की तैयारियों में व्यस्त थे. इस बीच मुकेश के बारे में खबर सुनकर परिवार के सदस्य सदमे में हैं.
गांव के सरपंच ने बताया कि मुकेश की मौत की दुखद खबर से पूरा गांव गमगीन है. उन्होंने बताया कि मुकेश ने 11 साल तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी. उनके बड़े भाई इस समय सेना में हैं तथा उनके पिता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं. मुकेश के परिवार के सदस्य शादी की तैयारियों में व्यस्त थे क्योंकि इसी साल 18 अप्रैल को उनकी शादी होने वाली थी. सरपंच ने बताया कि हमें उनकी शहादत पर गर्व है.
मुकेश के एक पड़ोसी ने बताया कि कुछ दिन पहले मुकेश उनके घर आये थे और शादी से पहले घर की सजावट के लिए टाइल्स, फर्नीचर और अन्य सामान लाये थे. मुकेश का अंतिम संस्कार आज दिन में उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.
इससे पहले बुधवार को अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजी पीआई) द्वारा एक्स पर किए गए एक पोस्ट भारतीय सेना ने कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और नायक मुकेश को श्रद्धांजलि दी गई. शूरवीरों ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी.
भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों के साथ-साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किए गए एक भावपूर्ण संदेश में शहीद सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को सम्मानित किया. सेना ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और दुख की इस घड़ी में अपने अटूट समर्थन की पुष्टि की.