गुवाहाटी: मणिपुर में इस महीने की शुरुआत में हुई हिंसा के शिकार हुए 12 कुकी और हमार कर्मियों का अंतिम संस्कार 5 दिसंबर को किया जाएगा. वहीं ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (ITLF) ने मृतकों के सम्मान में इस दिन पूर्ण बंद का आह्वान किया है.
आईटीएलएफ नेतृत्व ने शनिवार को यह कहा और कहा कि आईटीएलएफ द्वारा शहीद घोषित किए गए मृतकों के सम्मान में एक मौन रैली भी निकाली जाएगी. मृतकों में से दस में वे लोग शामिल हैं, जो 11 नवंबर को मणिपुर के जिरीबाम जिले के बोरोबेक्रा और जाकुरधोर इलाके में मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ बलों द्वारा मारे गए थे. राज्य के जिरीबाम जिले में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान एक महिला सहित दो अन्य मृतकों की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी.
12 मृतकों के शवों को पहले असम के कछार जिले के सिलचर मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था और बाद में उन्हें चुराचांदपुर वापस ले जाया गया. तब से शवों को चुराचांदपुर सिविल अस्पताल की मर्च्युरी में रखा गया था. आईटीएलएफ ने शनिवार को कहा, "हमारे बारह शहीदों को 5 दिसंबर, 2024 को पूरे सम्मान और आदर के साथ दफनाया जाएगा. शोक संवेदना कार्यक्रम तुइबुओंग के शांति मैदान में होगा. शहीदों की अंतिम विदाई 4 दिसंबर की दोपहर को शहीदों के परिवारों द्वारा की जा सकती है. इस दिन, एक विशाल मौन रैली निकाली जाएगी."
शहीदों के शवों को पब्लिक ग्राउंड, हियांगताम लामका ले जाया जाएगा, जहां लोग उनको श्रद्धांजलि देंगे. उसके बाद, लोगों के साथ मौन रैली में शवों को शांति मैदान ले जाया जाएगा. आईटीएलएफ ने आगे कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच फोरेंसिक और कानूनी विशेषज्ञों द्वारा एक साथ की गई थी. आईटीएलएफ ने कहा, "आईटीएलएफ के कानूनी प्रकोष्ठ द्वारा आगे के कानूनी मामलों को उठाया जाएगा." आईटीएलएफ ने कहा, "हमारे शहीदों के सम्मान में 5 दिसंबर को पूर्ण बंद रहेगा."
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