नई दिल्ली: मणिपुर में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी अटकलों के बीच केंद्रीय भाजपा नेतृत्व ने मंगलवार को पार्टी के सभी विधायकों की अहम बैठक बुलाई है. इस बैठक का उद्देश्य मुख्यमंत्री पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार तय करना है, ताकि राजनीतिक अस्थिरता खत्म हो. मणिपुर भाजपा के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि सभी भाजपा विधायक पहले ही राष्ट्रीय राजधानी पहुंच चुके हैं. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "बैठक में मणिपुर में सीएम पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार का चयन किया जाएगा."
विधायकों से मुलाकातःकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, बीएल संतोष जैसे वरिष्ठ भाजपा नेता मणिपुर भाजपा विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं. 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 32 विधायक हैं, जिनमें से सात कुकी समुदाय से हैं. बता दें कि राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष छिड़ने के करीब दो साल बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दिया. बताया जाता है कि कुकी समुदाय के नेताओं के विरोध के कारण बीरेन सिंह को इस्तीफा देना पड़ा. इसलिए ऐसे नेता की तलाश हो रही है जो दोनों समुदायों को स्वीकार्य हो.
सीएम पद के दावेदारः सूत्रों ने बताया कि पांच भाजपा विधायक मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. युमनाम खेमचंद सिंह, थोंगम बिस्वजीत सिंह, थोकचोम सत्यब्रत सिंह, थौनाओजम बसंत कुमार सिंह और गोविंदास कोंथौजम सीएम पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. इस बीच, मणिपुर में प्रचार कर रहे भाजपा के पूर्वोत्तर समन्वयक संबित पात्रा की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी उम्मीदवार पर सर्वसम्मति नहीं बन पाई. बैठक के बाद, कई भाजपा सांसदों और पात्रा ने राज्यपाल भल्ला से मुलाकात की. साझा उम्मीदवार तय करने के लिए और समय मांगा.