अनंतनाग: लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने गुरुवार को पहलगाम में एक उच्च स्तरीय बैठक में आगामी श्री अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा की. जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि, लेफ्टिनेंट गवर्नर सिन्हा ने तीर्थयात्रा मार्गों पर पुलिस और सुरक्षा कर्मियों, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ, ड्यूटी अधिकारियों, राहत और बचाव दल और सफाई कर्मचारियों की तैनाती पर चर्चा की.
LG सिन्हा ने नुनवान बेस कैंप का दौरा किया (ETV Bharat) बयान में कहा गया, उन्होंने अपने-अपने विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के प्रभावी कामकाज की निगरानी के लिए समर्पित अधिकारियों की आवश्यकता पर जोर दिया. सिन्हा ने कहा, तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर हैं. सभी हितधारक विभागों, पुलिस, सुरक्षा बलों और सेवा प्रदाताओं के बीच बेहतर तालमेल से परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए बेहतरीन व्यवस्था सुनिश्चित होगी.
बैठक में सुरक्षित और सुचारू तीर्थयात्रा के लिए सुविधाओं में पर्याप्त सुधार पर प्रकाश डाला गया. लेफ्टिनेंट गवर्नर ने यात्रा मार्ग पर सुचारू व्यवस्था, ऑक्सीजन सिलेंडरों के पर्याप्त स्टॉक और किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टरों की तैनाती के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने ट्रैक रखरखाव, आवास, बिजली, जलापूर्ति, संचार, स्वास्थ्य सेवाओं और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था की समीक्षा की. बैठक के बाद उपराज्यपाल ने तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण करने के लिए पहलगाम स्थित नुनवान बेस कैंप का दौरा किया.
पैदल पहुंच रहे तीर्थयात्री
29 जून से शुरू हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान दो तीर्थयात्रियों की असाधारण यात्राएं भक्ति और आस्था का उदाहरण हैं. लाखों तीर्थयात्रियों के पवित्र स्थल पर पहुंचने की उम्मीद है, जिनमें उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के अंगद सिंह और मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के सुनील कुमार साहू भी शामिल हैं. पेशे से किसान अंगद इस साल 17 अप्रैल को पैदल तीर्थयात्रा पर निकले थे. गुरुवार को वे अनंतनाग पहुंचे और बताया कि उत्तर प्रदेश से कश्मीर तक की उनकी यात्रा सुखद रही. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि, उनका उद्देश्य अमरनाथ के सामने सिर झुकाना और सभी के कल्याण और बेहतरी के लिए प्रार्थना करना है.
पैदल पहुंच रहे अमरनाथ यात्रा के लिए उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश से दो तीर्थयात्री (ETV Bharat) अंगद सिंह ने ईटीवी भारत से कहा, 'मैं यहां सभी की शांति और सफलता के लिए प्रार्थना करने आया हूं. तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण परेशानी मुक्त था और मैं यात्रा के पहले दिन 29 जून को बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा पूरी करके घर लौटूंगा'. श्रीनगर जाते समय सिंह के साथ उधमपुर में साहू भी थे. 30 मई को अपनी यात्रा शुरू करने वाले साहू अपने साथ एक पुरानी साइकिल लेकर यात्रा बैग लेकर चलते हैं, जिस पर उनका नाम, फोन नंबर और मिशन स्टेटमेंट लिखा है. 'अमरनाथ साइकिल यात्रा. नजर बदलो, नजरें बदल जाएंगी. खुद को बदलो, हजारों बदल जाएंगी'.
सुनील साहू ने बाबा भोलेनाथ के प्रति अपनी भक्ति और भारत की समृद्धि की कामना व्यक्त की. उन्होंने कहा, 'मैं बाबा भोलेनाथ के स्थान पर माथा टेकना चाहता हूं. अपने देश भारत के लिए हमेशा महान रहने की प्रार्थना करना चाहता हूं. यह जानते हुए भी कि कश्मीर में स्थिति अस्थिर है, मैं डरा नहीं था, बल्कि बाबा पर भरोसा था'. साहू ने कहा, जब मैं अमरनाथ यात्रा के लिए निकला, तो घर और पड़ोस में सभी ने मुझे शुभकामनाएं दीं. दोनों तीर्थयात्रियों ने अपने मार्ग में अजनबियों की दयालुता को उजागर किया, जिन्होंने भोजन और सहायता प्रदान की. वह 3 जुलाई को दर्शन और प्रार्थना के लिए पहलगाम जाने से पहले खीर भवानी जाने और फिर घर लौटने की योजना बना रहे हैं.
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