नई दिल्ली : विपक्ष के नेता राहुल गांधी 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में सामाजिक न्याय सम्मेलन को संबोधित करते हुए संविधान बचाओ अभियान की शुरुआत करेंगे और मौजूदा आरक्षण सीमा को 50 प्रतिशत बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराएंगे. सामाजिक न्याय सम्मेलन की तारीख महत्वपूर्ण है क्योंकि चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है. इसके अलावा, हरियाणा में भी उसी दिन मतदान होगा, जहां राहुल अपने सामाजिक न्याय के मुद्दे को उठाते रहे हैं.
राहुल के कार्यक्रम के लिए कोल्हापुर को इसलिए चुना गया क्योंकि इसके पूर्व राजा राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज, प्रतिष्ठित मराठा नेता छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और कांग्रेस के मौजूदा लोकसभा सांसद छत्रपति शाहू महाराज द्वितीय के पूर्वज थे. इनको स्थानीय लोग सामाजिक न्याय के प्रणेता के रूप में याद करते हैं क्योंकि उन्होंने 1902 में निचली जातियों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था. 5 अक्टूबर को राहुल गांधी विभिन्न नागरिक समाज और सामुदायिक समूहों को संबोधित करेंगे जो समाज के कमजोर वर्गों के बीच काम कर रहे हैं.
इसके अलावा राहुल गांधी संविधान की रक्षा की आवश्यकता पर बल देने के साथ ही जरूरत पड़ने पर आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएंगे. भाजपा ने हाल ही में अमेरिका में आरक्षण सीमा से संबंधित राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा था और कहा था कि कांग्रेस नेता दलितों के लिए कोटा के खिलाफ हैं. एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए एआईसीसी के राष्ट्रीय समन्वयक के राजू ने ईटीवी भारत को बताया कि कोल्हापुर सम्मेलन अहम है क्योंकि यह राहुल गांधी के सामाजिक न्याय अभियान पर पुनः ध्यान केंद्रित करेगा.
यह कार्यक्रम लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रयागराज, लखनऊ और पंचकूला में आयोजित किए गए इसी प्रकार के कार्यक्रमों की श्रृंखला है. महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार के तहत हाशिए पर पड़े समूहों की स्थिति अच्छी नहीं है और इसे उजागर करने की जरूरत है. पूर्व कांग्रेस प्रमुख 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को भाजपा द्वारा असंवैधानिक तरीकों से गिराए जाने के तरीके पर भी अपनी चिंता साझा करेंगे. महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव बीएम संदीप ने कहा कि बीजेपी हाल ही में नेता प्रतिपक्ष की टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है. इसलिए इसे सही परिप्रेक्ष्य में रखने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि वह इस बात पर भी प्रकाश डालेंगे कि कैसे संविधान के तहत गारंटीकृत संघीय व्यवस्था का उल्लंघन करते हुए भगवा पार्टी ने 2022 में विधिवत निर्वाचित एमवीए सरकार को गिरा दिया. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, संसदीय चुनावों के दौरान दलित वोट बैंक का भगवा पार्टी से हटकर कांग्रेस की ओर जाना, देश की सबसे पुरानी पार्टी द्वारा 48 लोकसभा सीटों में से 13 सीटें जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसी वजह से पार्टी सदन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी.
विधानसभा चुनाव की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के मतदाताओं को संदेश देने के लिए नेता प्रतिपक्ष 5 अक्टूबर को कोल्हापुर में मराठा नेता छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण भी कर सकते हैं. इससे पहले कांग्रेस ने सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में स्थित शिवाजी की मूर्ति गिरने को बड़ा मुद्दा बनाया था. इस मूर्ति का उद्घाटन दिसंबर 2023 में सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार की मौजूदगी में पीएम मोदी द्वारा किया गया था. 35 फीट ऊंची यह मूर्ति 26 अगस्त को गिर गई थी, जिससे दोषपूर्ण निर्माण और परियोजना में शामिल भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े हो गए थे.
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