लोकसभा चुनाव 2024: आयोग का 4M पर होगा ज्यादा जोर, जानिए क्या है ये फॉर्मूला - lok Sabha elections
lok Sabha elections 2024 : सीईसी ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में कठिन चुनौतियां चार गुना हैं, 4M: बाहुबल, पैसा, गलत सूचना और एमसीसी उल्लंघन. ईसीआई प्रतिबद्ध है और उसने इन विघटनकारी चुनौतियों से निपटने के लिए उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि आयोग चुनाव में खून-खराबा नहीं होने देगा.
हैदराबाद :चुनाव आयोग ने आज लोकसभा चुनाव 2024 के कार्यक्रमों की घोषणा की और चुनावों में बाहुबल और धनबल के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी. राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान हिंसा के किसी भी कृत्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल से सात चरणों में होगा, जबकि वोटों की गिनती 4 जून को होगी. चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ, आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) तुरंत लागू हो जाती है. राजीव कुमार ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के दौरान कहीं भी हिंसा होती है तो हम निर्दयी होंगे. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनौतीपूर्ण चुनौतियां चार गुना हैं
पोलिंग बूथ पर होगी सख्ती चुनाव आयोग ने यह साफ कर दिया है कि पोलिंग बूथ पर सुरक्षा बेहद सख्त रहेगी. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 4M फार्मूला बनाया गया है. 4M का मतलब बाहुबल, पैसा, गलत सूचना और आचार संहिता (एमसीसी) उल्लंघन है. सीईसी ने प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान ने साफ कहा कि इन चारों M को रोकना ही इन चुनौतियों से निपटने का उपाय है. साथ ही राजीव कुमार ने यह भी कहा कि मतदान के दौरान हिंसा किसी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं, सीईसी ने चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और गलत सूचना फैलाने के खिलाफ भी चेतावनी दी है.
राजीव कुमार ने कहा कि हम जानते हैं कि सोशल मीडिया हमारे आउटरीच कार्यक्रमों के दौरान हमारी मदद करता है. हम इस बात के प्रति भी सचेत हैं कि लोकतंत्र में हम सहित किसी की भी आलोचना करने की पूरी स्वतंत्रता है. हालांकि, आपको फर्जी खबरें बनाने की अनुमति नहीं है क्योंकि इससे सार्वजनिक व्यवस्था में खलल पड़ सकता है. इसलिए, हमने इसके लिए भी निर्देश जारी किए हैं.