झांसी: रेल की पटरियों पर हो रही साजिशों के चलते रेल प्रशासन सतर्क होकर यात्रियों की सुरक्षा पटरियों पर पहरेदारी कर रहा है. लेकिन, इस बीच रेल इंजन के ड्राइवर (लोको पायलट) की लापरवाही के चलते हजारों यात्रियों की जान जाते-जाते बची. केरला एक्सप्रेस ट्रेन को तिरुवंतपुरम से नई दिल्ली लेकर जा रहे चालक ने गाड़ी को टूटी पटरी पर दौड़ा दिया. जबकि, रेल कर्मचारी लाल झंडी दिखा रहे थे.
घटना झांसी रेल मंडल के ललितपुर में सोमवार की दोपहर में हुई. तिरुवंतपुरम से चलकर नई दिल्ली जाने वाली केरला एक्सप्रेस बड़े हादसे का शिकार होने से बची है. रेल प्रशासन की गलती के चलते ट्रेन को ललितपुर के पास टूटी पटरी पर दौड़ा दिया गया.
ललितपुर में हुई घटना के बारे में बताते केरला एक्सप्रेस के यात्री. (Video Credit; ETV Bharat) ट्रैक पर काम कर रहे रेलकर्मियों ने ट्रेन को रोकने के लिए लाल झंडी दिखाई लेकिन तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी पटरी से आगे निकल गए और पटरी पर काम रहे कर्मचारियों में भी भगदड़ मच गई. वहीं ट्रेन के झांसी पहुंचने पर यात्रियों ने हंगामा किया.
अपने निर्धारित समय से 10 घन्टे की देरी से चल रही ट्रेन नंबर 12625 केरला एक्सप्रेस दोपहर 2 बजे बीना पहुंची थी. यहां दैलवारा से ललितपुर के बीच ट्रैक टूटे होने पर रेलकर्मी ट्रैक मरम्मत का कार्य कर रहे थे. इसी बीच केरला एक्सप्रेस तेज गति से वहां आ गई. रेलकर्मियों ने ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी. इसके बाद रेलकर्मी ट्रैक छोड़कर भाग खड़े हुए.
वहीं, जब ट्रेन के ड्राइवर की नजर लाल झंडी पर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए. लेकिन, तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी हुई पटरी से आगे निकल चुके थे. अचानक लगे ब्रेक के चलते ट्रेन में जोरदार झटका लगा, जिससे यात्रियों में चीख पुकार मच गई. इसके बाद यात्रियों ने हंगामा करते हुए रेलवे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को नुकसान नहीं हुआ.
ट्रेन जब झांसी पहुंची तो यहां यात्रियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. मौके पर पहुंची आरपीएफ ने किसी तरह यात्रियों को समझा कर ट्रेन रवाना किया. जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह ने बताया की पटरी पर काम कर रहे कर्मचारियों द्वारा पटरी का बैनर लगाया हुआ था. इस मामले में जांच की जा रही है जो भी कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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