मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / bharat

स्कूल में नहीं समझ आती हिंदी और अंग्रेजी, खंडवा में 100 उर्दू छात्राओं ने मांगी टीसी - Khandwa Girls Want Urdu Teacher

एमपी के खंडवा जिले के सरकारी उर्दू स्कूल में छात्राओं को हिंदी समझ नहीं आ रही है. जिससे परेशान होकर करीब 100 छात्राओं ने प्रदर्शन करते हुए स्कूल प्रशासन से टीसी मांगी है. छात्राओं की परेशानी है कि हिंदी भाषा में उन्हें सब्जेक्ट्स समझ नहीं आ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने बचपन से उर्दू में ही पढ़ाई की है.

KHANDWA GIRLS WANT URDU TEACHER
खंडवा में छात्राओं को नहीं समझ आ रही हिंदी और अंग्रेजी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 12, 2024, 9:44 PM IST

Updated : Aug 13, 2024, 3:54 PM IST

खंडवा।मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के शासकीय उर्दू स्कूल में लंबे समय से उर्दू टीचर की मांग हो रही है. उर्दू टीचर की जगह हिंदी विषय के टीचरों की नियुक्ति होने से छात्राएं और अभिभावक नाराज हैं. इसके विरोध में सोमवार को 100 से ज्यादा छात्राओं ने स्कूल से अपना नाम लेना चाहती हैं. इसके लिए उन्होंने बाकायदा एक आवेदन दिया है. जिसमें उन्होंने अपनी स्कूल टीसी की मांग की है.

खंडवा में छात्राओं ने स्कूल से मांगी टीसी (ETV Bharat)

छात्राओं ने स्कूल से मांगी टीसी

जिले में परेदेशीपुरा के शासकीय उर्दू स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि 'वह बचपन से ही उर्दू मीडियम के माध्यम से सभी विषय पढ़ रही हैं. अब उनके स्कूल में जो टीचर की नियुक्ति हुई है. वह उन्हें सभी विषय हिंदी में पढ़ाते हैं, जिससे उन्हें समझ नहीं आता, क्योंकि वह बचपन से उर्दू में पढ़ती आ रही हैं. छात्रों ने मांग की है कि अगर उर्दू भाषा में पढ़ाने वाला टीचर मिल जाए तो उन्हें पढ़ने में आसानी होगी.' उर्दू उर्दू टीचर की मांग करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को इन छात्रों ने एक ज्ञापन भी दिया है. जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इनकी मांगे जल्द ही पूरी करने का आश्वासन भी दिया है.

उर्दू स्कूल की छात्राओं ने मांगी टीसी (ETV Bharat)

उर्दू मीडियम की छात्राओं को हिंदी में पढ़ने में परेशानी

स्कूल के प्रभारी प्राचार्य शेख युनूस खानने बताया कि 'स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की मांग है कि उर्दू में सभी सब्जेक्ट पढ़ाने वाले टीचर की यहां नियुक्ति होना चाहिए. जिससे उन्हें सारे सब्जेक्ट उर्दू में पढ़ने में आसानी हो. विभाग की तरफ से जो टीचर नियुक्त किया गया है, वह हिंदी मीडियम से है. उर्दू मीडियम के सब्जेक्ट में हिंदी मीडियम से पढ़ रहे हैं. जिससे उन्हें पढ़ने में दिक्कत हो रही है. अगर यही सब्जेक्ट उर्दू मीडियम में पढ़ाया जाए तो उन्हें पढ़ने में आसानी होगी. छात्राओं की शिकायत से हमने विभाग को अवगत करा दिया है. स्कूल की कुछ छात्राएं अपनी टीसी भी मांग रहीं हैं.'

यहां पढ़ें...

मध्यप्रदेश के स्कूलों में अभी तक खेल शिक्षकों की तैनाती नहीं, कैसे खेलेंगे और बढ़ेंगे स्टूडेंट्स

स्कूल और आंगनबाड़ी के पास लबालब कुएं में नहीं है बाउंड्री वॉल, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

उच्च अधिकारियों को कराया जाएगा अवगत

इस पूरे मामले को लेकर छात्राओं के माता-पिता भी जिला शिक्षा अधिकारी के ऑफिस पहुंचे और ज्ञापन सौंपा. जिला शिक्षा अधिकारी पीएस सोलंकीने बताया कि 'खंडवा में हमारा उर्दू स्कूल है. जहां पर उच्च प्रभार में दो हिंदी मीडियम के टीचर्स आए हैं, क्योंकि उर्दू मीडियम का स्कूल है. इसलिए वहां पर उर्दू माध्यम के टीचर आएंगे, तो ज्यादा अच्छा रहेगा. इसलिए उन्होंने मुझे ज्ञापन भी सौंपे हैं. मैं खुद स्कूल में जाकर निरीक्षण करूंगा. उसके बाद इसका प्रतिवेदन बनाकर भोपाल उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जाएगा.

Last Updated : Aug 13, 2024, 3:54 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details