मैसूर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाला मामले में बेंगलुरु और मैसूर समेत कई जगहों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उनके परिवार और मुडा अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और जमीन की हेराफेरी के आरोपों की बीच की गई है.
ईडी के पांच अधिकारियों की टीम ने सोमवार सुबह 8 बजे मैसूर शहर के इंकल में राकेश पापन्ना और उनके पिता पापन्ना के यहां जांच की और कुछ दस्तावेजों की जांच की.
क्या है आरोप?
आरोप है कि, विधायक श्रीवत्स ने राकेश पापन्ना पर मुदा को 50:50 के अनुपात में 98 हजार वर्ग फीट जमीन आवंटित करने का आरोप लगाया और दस्तावेज जारी किए. इसके अलावा शिकायतकर्ता स्नेहामाई कृष्णा ने इस संबंध में दस्तावेज प्रवर्तन निदेशालय को दिए और जांच करने का अनुरोध किया.
मैसूर में एक और बिल्डर के घर पर ईडी का छापा
मुडा घोटाले की जांच में वित्तीय लेन-देन की जानकारी मिलने के बाद यहां हुई अनियमितताओं की जांच करने उतरी ईडी ने कल रात 11 बजे मैसूर में न्यू कांत राज अरास रोड स्थित जयरामू के कार्यालय और श्रीरामपुर स्थित उसके घर पर छापेमारी की. सोमवार रात 11 बजे से मंगलवार सुबह 3 बजे तक दस्तावेजों की जांच करने के बाद आज सुबह फिर से उसके कार्यालय में तलाशी की गई.
बताया जाता है कि ईडी की रेड के दौरान मुडा घोटाले से जुड़े मैसूर के कई बिल्डरों, बिचौलियों और राजनेताओं के करीबियों के बारे में महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसके आधार पर ईडी अधिकारियों ने मैसूर में अपनी जांच जारी रखी है और पता चला है कि कई और बिल्डरों के कार्यालयों और घरों पर रेड पड़ने संभावना है.
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