नई दिल्ली:अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत ने एक बार विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों के विरोध के बाद रद्द किए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद की इस टिप्पणी से पार्टी बैकफुट पर आई गई हैं.
हालांकि, पार्टी ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया और उनके बयान की तीखी आलोचना की. इसके चलते मंडी से लोकसभा सांसद यू टर्न लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और अपने शब्द वापस ले लिए. उन्होंने कहा, "मैं अपने शब्द वापस लेती हूं."
बीजेपी ने बयान से खुद को किया अलग
इससे पहले मंगलवार को बीजेपी ने उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और कहा कि कंगना रनौत पार्टी की ओर से इस तरह की टिप्पणी करने के लिए अधिकृत नहीं हैं. एक वीडियो मैसेज में बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह टिप्पणी रनौत का व्यक्तिगत बयान है और यह कृषि बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.
कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी
पार्टी की आलोचना का सामना करने के बाद, भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा, "मेरी टिप्पणी ने कई लोगों को निराश किया है. मुझे खुद को याद दिलाना होगा कि मैं अब सिर्फ एक अभिनेता नहीं हूं, मैं एक पॉलिटिशियन भी हूं और मेरी राय व्यक्तिगत नहीं होनी चाहिए, बल्कि पार्टी का रिफ्लेक्शन होना चाहिए."