रांची: झारखंड कांग्रेस गोड्डा, रांची, चतरा और धनबाद लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं कर पायी है. हजारीबाग, लोहरदगा और खूंटी से लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर चुकी कांग्रेस आखिर बाकी बचे अपने कोटे के चार सीट पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा क्यों नहीं कर पा रही है. इसके लिए कई कयास लगाए जा रहे हैं. जिसमें कहा जा रहा है कि क्या कांग्रेस को इन लोकसभा सीटों पर योग्य उम्मीदवार नहीं मिल पा रहे हैं, या भाजपा के नेताओं पर डोरा डालने की कोशिश इसकी वजह है.
भाजपा को एक झटका दिया है, कई नेताओं से हो रही बात- कांग्रेस
झारखंड के तीन लोकसभा सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने के बाद बाकी बचे चार लोकसभा सीट पर उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकने पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता निरंजन पासवान कहते हैं कि हम उम्मीदवार चयन करने से पहले बहुत मंथन करते हैं. उम्मीदवार की विनिबिलिटी के साथ-साथ पार्टी के नीतियों के प्रति उम्मीदवार का समर्पण भी देखा जाता है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह बात भी सही है कि भाजपा को एक झटका दिया है और झटका देने की भी तैयारी है.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर कहते हैं कि दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में लंबी कतार वैसे नेताओं की है जो पार्टी में शामिल होना चाहते हैं. लेकिन भाजपा के लोगों को पार्टी में ठोक बजाकर शामिल कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रत्याशी के नाम की घोषणा में देरी के पीछे यह वजह नहीं है.
भाजपा का कोई नेता कांग्रेस में शामिल नहीं होने जा रहा है- भाजपा
वहीं, दूसरी तरफ झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि दरअसल कांग्रेस में कोई ऐसा नेता ही नहीं बचा है जो पीएम मोदी की लोकप्रियता के सामने टिक पाएं. ऐसे में कांग्रेस बेवजह माहौल बना रही है कि किसी भाजपा नेता के इंतजार में देरी हो रही है. शिवपूजन पाठक ने कहा कि ये लोग खुद को परख रहे हैं.
झारखंड में INDIA ब्लॉक के तहत कांग्रेस 07 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है, लेकिन अभी तक सिर्फ 03 उम्मीदवारों के नाम ही पार्टी की ओर से घोषणा की गई है. जिसमें एक नाम भाजपा से आये जयप्रकाश भाई पटेल का है. लोहरदगा से सुखदेव भगत और खूंटी से कालीचरण मुंडा का नाम घोषित किया गया है. बाकी के धनबाद, गोड्डा, रांची और चतरा लोकसभा सीट से चुनावी समर में कौन उतरेगा यह अभी तक तय नहीं है.
गोड्डा लोकसभा सीट से पार्टी के अंदर प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय सिंह और फुरकान अंसारी ने अपनी दावेदारी ठोक रखी है. वहीं धनबाद सीट से पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह के बेटे गौरव सिंह, पूर्व मंत्री ददई दुबे, मन्नान मलिक की मजबूत दावेदारी है. रांची में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय जैसे कद्दावर नेता और भाजपा से कांग्रेस में आये रामटहल चौधरी के बावजूद प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं कर पाने की स्थिति में फिलहाल कयासों का दौर ही जारी है.