जगदलपुर: एनआईए कोर्ट ने टाहकवाड़ा हमले के चार दोषियों को सजा सुनाई है. एनआईए कोर्ट ने सभी चारों आरोपियों को अलग अलग धाराओं के तहत फैसला सुनाया. कोर्ट ने सभी को उम्र कैद की सजा दी. कोर्ट ने सभी चारों दोषियों पर जुर्माना भी लगाया है. दस साल बाद आए फैसले को लेकर पीड़ित परिवार खुश हैं. 11 मई साल 2014 में नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ टीम पर हमला कर दिया था. हमले में एक ग्रामीण समेत 16 जवान शहीद हो गए थे.
जगदलपुर NIA कोर्ट ने सुनाई टाहकवाड़ा हमले के दोषियों को सजा - 16 soldiers martyred in encounter
Jagdalpur NIA court जगदलपुर NIA कोर्ट ने साल 2014 में हुए टाहकवाड़ा हमले के दोषियों को सजा सुनाई है. टाहकवाड़ा में नक्सलियों ने घात लगाकर 16 जवानों को शहीद कर दिया था. Tahkwada attack in 2014
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Feb 12, 2024, 5:44 PM IST
|Updated : Feb 12, 2024, 7:01 PM IST
NIA कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई:दस सालों तक चली लंबी सुनवाई के बाद एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने हमले के दोषियों को सजा सुनाई. कोर्ट ने माना कि दोषियों का काम काफी घृनित और हिंसा से भरा था. सभी दोषी पाए गए चारों लोगों को विभिन्न धाराओं के तहत दंडित किया गया. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई और जुर्माना भी लगाया. नक्सलियों के हमले की पूरे देश ने निंदा की थी. केंद्रीय गृह मंत्री खुद शहीद जवानों को अंतिम विदाई देने बस्तर आए थे.
केंद्रीय गृहमंत्री ने किया था बस्तर दौरा: शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए खुद तब के केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे बस्तर पहुंचे थे. हमले की निंदा करते हुए उसी वक्त केंद्रीय गृहमंत्री ने मामले की एनआईए जांच के आदेश दिए. तब केंद्रीय गृहमंत्री शिंदे और उस वक्त के सीएम रमन सिंह ने कहा था कि इस हमले का बदला जरूर लिया जाएगा. सुकमा के टाहकवाड़ा हमले में शहीद हुए परिवारों ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है.