नई दिल्ली: मालदीव सरकार ने इजराइली नागरिकों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद नई दिल्ली में इजराइली दूतावास ने सोमवार को अपने नागरिकों से भारत को एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के रूप में देखने का आह्वान किया. इसने सिफारिश की कि इजराइली नागरिक लक्षद्वीप, गोवा, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित कुछ अद्भुत भारतीय समुद्र तटों की यात्रा करें.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में नई दिल्ली में इजराइली दूतावास ने लिखा, 'चूंकि मालदीव अब इजराइलियों का स्वागत नहीं कर रहा है, यहां कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तट हैं जहां इजराइली पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है और अत्यंत आतिथ्य सत्कार किया जाता है. हमारे राजनयिकों द्वारा देखे गए स्थानों के आधार पर, @IsraelinIndia की इन सिफारिशों को देखें.'
राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने कैबिनेट की सिफारिश के बाद रविवार, 2 जून को इजराइली पासपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का संकल्प लिया है. मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है कि होमलैंड सुरक्षा और प्रौद्योगिकी मंत्री अली एहसान ने रविवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में निर्णय की घोषणा की.
कानून में संशोधन करेगा मालदीव :सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट के फैसले में इजराइली पासपोर्ट धारकों को मालदीव में प्रवेश करने से रोकने के लिए आवश्यक कानूनों में संशोधन करना और इन प्रयासों की निगरानी के लिए एक कैबिनेट उपसमिति की स्थापना करना शामिल है. इसके अतिरिक्त, फिलिस्तीन और इजराइल के मामले में राष्ट्रपति ने फिलिस्तीनी जरूरतों का आकलन करने के लिए एक विशेष दूत नियुक्त करने का निर्णय लिया. मुइज्जू सरकार का यह फैसला गाजा-इजराइल में चल रहे संघर्ष के बीच आया है.