नई दिल्ली:मंगलवार की रात को मध्य पूर्व में संघर्ष उस समय बढ़ गया, जब ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी. यह हमले इजराइल द्वारा हिजबुल्लाह के नेताओं की हत्या और लेबनान पर बमबारी के जवाब में किए गए. इस हमले ने पूरे इजरायल में अलार्म बजा दिया, जिससे नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी.
हमले के बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई और कहा कि वह इसका जवाब देने के लिए खुद समय और स्थान तय करेगा. हालांकि, ईरान ने चेतावनी दी कि अगर इजराइल ने हमले का जवाब दिया तो वह उसके खिलाफ भीषण हमले करेगा.इससे दुनिया भर में तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाएं बढ़ गई हैं.
'तेहरान को उचित जवाब देगा इजराइल'
इस संबंध में भारत में इजराइली दूतावास के प्रवक्ता गॉय नीर के अनुसार, इजराइली रक्षा बल (IDF) वर्तमान में मिसाइल हमले का आकलन कर रहा है. वह तेहरान को उचित जवाब जरूर देगा. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया कि अगर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई इजराइल के साथ फुल स्केल पर युद्ध शुरू करने की योजना बनाते हैं, तो यह ईरान के लिए एक गलती होगी.
नीर ने उन अन्य देशों को भी आगाह किया जो इजराइल पर हमला करने के लिए ईरान के साथ जुड़ने पर विचार कर सकते हैं, उनसे ऐसा न करने का आग्रह किया. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "परिणाम उनके लिए भी विनाशकारी होंगे."
इजराइल को अमेरिका का सपोर्ट
गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, जो लंबे समय से इजराइल का सहयोगी रहा है, उसने देश के लिए सैन्य सहायता का आदेश दिया है. इसमें ऐसे सिस्टम शामिल हैं, जो निकट आ रही मिसाइलों को नष्ट करने में मदद करते हैं. व्हाइट हाउस के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस मध्य पूर्व की स्थिति पर नजर रख रहे हैं.