तिरुवनंतपुरमः यमन में कैद मलयाली नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई सुनिश्चित करने में Save Nimisha Priya Forum ने ईरान की पहल पर आशा व्यक्त की है. फोरम का मानना है कि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची और हौथी नेता अब्दुल सलाम के बीच हाल ही में हुई बातचीत उनकी रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. ईरानी विदेश मंत्री ने पुष्टि की कि यमन वर्तमान में इस मामले पर चर्चा कर रहा है.
भारत ने ईरान से अनुरोध किया हैः सेव निमिषा प्रिया फोरम के संयोजक बाबू जॉन ने ईटीवी भारत से कहा कि ईरान के हस्तक्षेप से यमन के नागरिक तलाल अब्दुल महदी के परिवार के साथ बातचीत आगे बढ़ सकती है. बता दें कि तलाल अब्दुल महदी की मौत के आरोप में ही निमिषा जेल में बंद है. भारत ने पहले इस मामले में सहायता के लिए ईरान से अनुरोध किया था. भारत और ईरान दोनों के विदेश मंत्रियों ने मस्कट में मुलाकात की थी, जिसमें मामले को सुलझाने की संभावना पर चर्चा की गई थी.
क्यों कैद में है निमिशा प्रियाः केरल के पलक्कड़ के कोलांगोडे की मूल निवासी निमिषा प्रिया की परेशानी 2017 से शुरू हुई. निमिषा, 2012 में टॉमी से शादी करने के बाद नर्स के तौर पर काम करने के लिए यमन चली गई. वहां, महदी के साथ साझेदारी में क्लिनिक शुरू की. यमन में युद्ध छिड़ने के दौरान, निमिषा घर वापस नहीं लौट पाई. इस दौरान वह महदी के दुर्व्यवहार का शिकार होने लगी. उसे और एक अन्य यमनी महिला को कथित रूप से शारीरिक और मानसिक यातना दी जा रही थी.