लॉ एंड ऑर्डर एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ETV Bharat) पटनाः बिहार में मुकेश सहनी के पिता की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस दावा कर रही है कि जीतन सहनी हत्याकांड में 4 लोग शामिल हैं. घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज से चारो आरोपी की पहचान की गयी है. चारो आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि मंगलवार की शाम जितेंद्र सिंह गंगवार ने दो आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी. उन्होंने बताया कि पूछताछ में कई बातें कबूल की है.
खुल गया जीतन सहनी की हत्या का राज! :पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि जीतन सहनी की हत्या के पीछे गांव के ही लोगों का हाथ है. घटना के बारे में बताया कि आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं. पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि उसने जीतन सहनी के पास बाइक गिरवी रखकर कुछ रुपए उधार लिए थे. सोमवार की रात 10 बजे आरोपी बाइक छुड़ाने के लिए जीतन सहनी के पास गए थे. इसी दौरान ब्याज के रुपए को लेकर विवाद हो गया.
पिता जीतन सहनी को कंधा देते मुकेश सहनी (ETV Bharat) इसलिए हुआ जीतन सहनी का मर्डर? :पुलिस के मुताबिक जिस वक्त विवाद हुआ उसी समय चारो आरोपियों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया. फल काटने वाले चाकू से जीतन सहनी पर वार किया. चाकू को सीने में घोप दिया और नीचे पेट तक चीर डाला. इससे पेट के अंदर का आंत बाहर निकल गया. जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना के बाद सभी फरार हो गए. चारों आरोपी सीसीटीवी फुटेज में घर के अंदर जाते हुए और कुछ देर बाद आते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अंतिम संस्कार में मौजूद गांव के लोग (ETV Bharat) सोमवार की रात घर के अंदर जाते दिखे थे चारों : घटना के बारे में जानकारी मिली है कि दो दिन पहले भी आरोपी के साथ जीतन सहनी का विवाद हुआ था. उस समय आरोपियों ने धमकी भी दी थी. सोमवार की रात चारों आरोपी हत्या की तैयारी कर जीतन सहनी के घर पहुंचे थे. आरोपियों ने दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी. मरने के बाद भी उनपर हमला करता रहा जिस कारण पेट का आंत बाहर निकल गया.
''चारो आरोपी सोमवार की रात 10 बजे जीतन सहनी के घर हथियार से लैस होकर पहुंचे थे. आधे घंटे के अंदर घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी जांच कर आरोपी की पहचान की और मोबाइल लोकेशन के आधार पर हिरासत में लिया है.''- जितेंद्र सिंह गंगवार, पुलिस मुख्यालय एडीजी
सोमवार की रात हुई हत्या : दरभंगा जिले के सुपौल बाजार की अफजला पंचायत स्थित घर में जीतन सहनी की हत्या कर दी गयी. मंगलवार को जीतन सहनी का शव क्षत-विक्षत अवस्था मिला था. उनके पेट और सीने पर तेज धारदार हथियार से हमला किया गया था. जब सुबह फूल देने आए युवक ने शव देखा तो हल्ला कर लोगों को इक्ट्ठा किया. घटना की जानकारी आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी. मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था. सोमवार की देर शाम बेटे मुकेश सहनी के पहुंचने के बाद जीतन सहनी का अंतिम संस्कार किया गया.
पिता को मुखअग्नि देते वीआईपी प्रमुख (ETV Bharat) घर में अकेले थे जीतन सहनीः जिस वक्त जीतन सहनी की हत्या की गई उस वक्त वे घर में अकेले थे. मुकेश सहनी, उनके भाई और बहन मुंबई में थे. हालांकि घर में नौकर रहते थे लेकिन उस वक्त कोई नहीं था. नौकर काम खत्म कर जल्दी घर चला गया था. इसके बाद रात 10 बजे घटना को अंजाम दिया गया.
इन चार संदिग्ध पर टिकी पुलिस की जांच : घटना को लेकर सीएम नीतीश कुमार सख्त हैं. उन्होंने बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी को कार्रवाई का निर्देश दिया है. डीजीपी ने ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में SIT का गठन किया है. टीम पूरे मामले में हर एंगल से छानबीन कर रही है. दोनों आरोपी से पूछताछ, घर में मिले सबूत, सीसीटीवी फुटेज और घर के बाहर मिले लाल बक्सा की कड़ी को मिलाते हुए जांच कर रही है.
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का घर (ETV Bharat) टोल फ्री नंबर जारीःलॉ एंड ऑर्डर एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि बिहार पुलिस गुप्त तरीके से भी घटना की छानबीन कर रही है. इसके लिए पुलिस मुख्यालय का टोल फ्री नंबर 14432, दरभंगा एसपी 9431822982 और दरभंगा ग्रामीण एसपी 6287742988 नंबर जारी किया गया है. किसी को भी इस घटना से संबंधित कोई भी जानकारी हो तो पुलिस को उपलब्ध करा सकते हैं. बताने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
"एसआईटी टीम का गठन किया गया है. टीम में दक्ष पुलिसकर्मियों को रखा गया है. मामले का जल्द खुलासा कर लिया जाएगा. एसआईटी की टीम के द्वारा आरोपी को हिरासत में लिया गया है. पुलिस मुख्यालय का टोल फ्री नंबर, दरभंगा एसपी और दरभंगा ग्रामीण एसपी का नंबर जारी किया गया है. ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई सूचना मिलती है तो पुलिस को अवगत कराएं. बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा."-जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, लॉ एंड ऑर्डर
यह भी पढ़ेंः