रायपुर : रायपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड केस में बड़ी कार्रवाई की है. बुधवार को रायपुर पुलिस रेंज साइबर थाना रायपुर की टीम ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत पुलिस कार्रवाई कर रही है. आरोपियों ने ठगी के करीब 429 करोड़ रुपये को चीन और थाईलैंड भेजा है. पहली बार साइबर फ्रॉड के चीन और थाईलैंड कनेक्शन का खुलासा हुआ है.
साइबर ठगी के दो आरोपी गिरफ्तार : रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि रेंज साइबर थाना रायपुर ने ठगी की रकम को विदेश भेजने वाले आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे. आरोपियों के खिलाफ थाना अमानाका में धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज किया गया था. पुलिस ने पहले आरोपी पवन कुमार और गगन विकासपुरी को गिरफ्तार किया था. वहीं बुधवार को दो अन्य आरोपी संदीप रात्रा और राजवीर सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
साइबर फ्रॉड पर कार्रवाई (ETV BHARAT)
साइबर ठगी की राशि को चीन और थाईलैंड भेजने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बुधवार को रायपुर के लालपुर स्थित प्रोगेसिव प्वाइंट में रेड मारकर इन्हें पकड़ा गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संदीप रात्रा, जो दिल्ली के जैन पार्क उत्तम नगर का निवासी है. दूसरा आरोपी राजवीर सिंह रायपुर के हीरापुर का रहने वाला है. दोनों आरोपियों से साइबर ठगी से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं. : अमरेश मिश्रा, आईजी, रायपुर रेंज
ठगी के रकम को विदेश भेजने का आरोप : दोनों आरोपी साइबर क्राइम से मिलने वाली ठगी की राशि को चीन और थाईलैंड भेजे जाने के आरोपी हैं. गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों की जांच की गई, जिसमें ठगी की रकम करीब 429 करोड़ रुपए पाई गई. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने संबंधित दस्तावेज और अन्य फर्जी कंपनी के दस्तावेज और फॉरेक्स ट्रेडिंग बैंक खाता, मोबाइल जब्त किया है.
चीन और थाईलैंड भेजते थे रकम : रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि साइबर ठगी करने वाले आरोपी आधार कार्ड का पता बदलकर फर्जी कंपनी और क्रोमा शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स नाम का फर्म बनाया था. इस कंपनी के नाम से इंडियन ओवरसीज बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक में फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए ये पैसे को विदेश भेजते थे. आरोपी इन पैसों को चाइना और थाईलैंड भेजने के लिए बैंक खाते का इस्तेमाल करते थे.