नई दिल्ली: इंडियन रेलवे दुनिया के चौथे सबसे बड़े ट्रेन नेटवर्क का संचालन करता है. भारत में रोजाना हजारों ट्रेन चलती हैं, जिनसे लाखों लोग अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं. यात्रियों को सफर करने में दिक्कत न हो इसके लिए रेलवे समय-समय पर अलग-अलग सुविधाएं लेकर आता है. ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक भारतीय रेलवे दिसंबर के अंत तक एक सुपर ऐप लॉन्च करने का प्लान बना रहा है. इस ऐप के जरिए यात्री एक ही जगह पर टिकट बुकिंग, खाने की डिलीवरी और ट्रेन का स्टेटस चेक कर सकेंगे. इन सभी सुविधाओं के एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इस मामले से परिचित अधिकारियों ने बताया कि भारतीय रेलवे दिसंबर के अंत तक एक मोबाइल एप्लिकेशन शुरू करने की योजना बना रहा है, जो विभिन्न यात्री सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराएगा.
इस ऐप से यूजर्स टिकट बुक करने, प्लेटफॉर्म पास खरीदने और ट्रेन शेड्यूल जैसे सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे. उन्होंने बताया कि यह ऐप CRIS द्वारा विकसित किया जा रहा है. नया एप्लिकेशन IRCTC की मौजूदा प्रणालियों के साथ मिलकर काम करेगा.
रेल कनेक्ट ऐप सबसे लोकप्रिय
फिलहाल यात्रियों के बीच IRCTC रेल कनेक्ट ऐप सबसे लोकप्रिय है. इसे 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं. यह ऐप रिजर्व्ड ट्रेन टिकट बुक करने का बेस्ट प्लेटफॉर्म है. अधिकारी ने बताया कि आईआरसीटीसी सुपर ऐप को कमाई का नया जरिया मानता है. संगठन वर्तमान में सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे में सुधार कर रहा है.
फिलहाल इन ऐप्स को यूज करते हैं यात्री
बता दें कि रेलवे यात्रियों को अभी अलग-अलग ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए यह सुविधाएं देता है. उदाहरण के आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट यात्रियों को टिकट बुकिंग, बदलाव, और रद्द करने की इजाजत देती है. इसी तरह यात्री ई-कैटरिंग फूड ऑन ट्रैक ट्रेन में सीट पर खाना मंगाने के लिए यूज करते हैं. वहीं रेल हेल्प, शिकायत और सुझाव के लिए यूटीएस ऐप्स यूज होती है.
IRCTC को मुनाफा
गौरतलब है कि अगर आप अपना ट्रेन टिकट किसी प्राइवेट कंपनी के जरिए बुक कराते हैं तो वे कंपनी भी बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी का ही इस्तेमाल करती है. रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में IRCTC ने 1,111.26 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ और 4,270.18 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. इस दौरान 453 मिलियन रुपये से अधिक टिकट बुकिंग हुई और इसने कुल राजस्व में 30.33 फीसदी का योगदान दिया.
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