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दिन हो या रात...अब बेखौफ सफर कर सकेंगी महिला यात्री, रेलवे ने सुरक्षा के लिए उठाए ये कदम - Indian Railway - INDIAN RAILWAY

Women Passengers Safety: पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ विनीत अभिषेक ने ईटीवी भारत को बताया कि पश्चिम रेलवे में महिलाओं की सुरक्षा के लिए ईएमयू के 127 डिब्बों में इमरजेंसी टॉक बैक सिस्टम लगाया गया है.

रेलवे ने महिला सुरक्षा के लिए उठाए ये कदम
रेलवे ने महिला सुरक्षा के लिए उठाए ये कदम (Getty Images)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 20, 2024, 10:32 PM IST

नई दिल्ली: रेलवे अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि लोकल ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे ने कई कदम उठाए हैं. अधिकारी ने कहा कि रेलवे ने तत्काल प्रतिक्रिया और सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई इनिशिएटिव लागू किए हैं और मौजूदा प्रोटोकॉल को और मजबूत किया है.

रेलवे के अनुसार ट्रेनों में महिला यात्रियों के लिए जो कदम उठाए गए हैं उनमें नाइट-टाइम सिक्योरिटी और इमरजेंसी टॉक बैक (ETB) भी शामिल हैं. राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) रात के समय में उपनगरीय सेवाओं की सुरक्षा की शुरुआत की गई है, जिससे देर रात सफर करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा में इजाफा होगा.

स्पेशल क्राइम प्रिवेंशन टीम
महिला यात्रियों की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपनगरीय स्टेशनों पर कई अपराध रोकथाम और जांच दल (CPDS) टीमें तैनात की गई हैं. इसके अतिरिक्त, विभिन्न चौकियों पर पैसेंजर लगेज थेफ्ट (PLT) का पता लगाने के लिए भी कई टीमें बनाई गई हैं.

इमरजेंसी टॉक बैक (ETB) सिस्टम
लोकल ट्रेनों के महिला डिब्बों में इमरजेंसी टॉक बैक (ETB) सिस्टम लगाया गया है, यह सिस्टम इमरजेंसी के दौरान तत्काल कम्युनिकेशन और रेस्पांस सुनिश्चित करता है. सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों ने बताया, "मुंबई लोकल ट्रेनों के 645 महिला डिब्बों में ईटीबी सिस्टम लगाया जा रहा है."

सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी
रेलवे स्टेशनों पर संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे स्टेशनों पर उपनगरीय और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के सभी महिला डिब्बों को कवर करते हैं. मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ स्वप्निल नीला ने बताया, "महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए उपनगरीय रेक के 693 महिला डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं."

महिला आरपीएफ कर्मियों की तैनाती
रेल नेटवर्क में महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए मेरी सहेली पहल के तहत ट्रेन एस्कॉर्टिंग, यात्री और स्टेशन सुरक्षा जैसे कर्तव्यों के लिए महिला आरपीएफ कर्मियों को तैनात किया गया है. इसके लिए औसतन प्रतिदिन 245 समर्पित टीमों को तैनात किया गया है, जिसमें यात्रा के दौरान महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 700 से अधिक महिला आरपीएफ कर्मियों को लगाया गया है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा, "रेलवे नेटवर्क में महिला रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मियों की लगभग 245 समर्पित टीमों को तैनात किया गया है."

लंबी दूरी और उपनगरीय ट्रेनों की सुरक्षा
आरपीएफ कर्मी महिलाओं सहित सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन लंबी दूरी की ट्रेनों की सुरक्षा करते हैं. इसके अतिरिक्त, यात्रियों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए आरपीएफ कर्मी प्रतिदिन उपनगरीय सेवाओं की सुरक्षा करते हैं, जिसमें महिलाओं और उनके सामान पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.

जागरूकता और सहायता पहल
महिलाओं की सुरक्षा पर नियमित जागरूकता कार्यक्रम पोस्टर, पैम्फलेट, हैंडबिल और सभी प्रमुख स्टेशनों पर घोषणाओं के माध्यम से आयोजित किए जाते हैं. रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 और जीआरपी रेलवे हेल्पलाइन नंबर 1512 चौबीसों घंटे चालू हैं, जो महिला यात्रियों को तत्काल सहायता और शिकायतों का निवारण प्रदान करते हैं.

पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने ईटीवी भारत को बताया, "पश्चिमी रेलवे में महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षा के उद्देश्य से ईएमयू के 127 कोचों में ईटीबी सिस्टम लगाया गया है."

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