नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मार्शल द्वीप समूह में चार सामुदायिक विकास परियोजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान एकजुटता और सहयोग का संदेश दिया.
जयशंकर ने कहा कि देवियों और सज्जनों, भारत की ओर से नमस्कार. उन्होंने आगे कहा कि मार्शल द्वीप समूह गणराज्य में चार सामुदायिक विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए वार्षिक अनुदान सहायता पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर यह संदेश देना मेरे लिए खुशी की बात है.
मार्शल द्वीप समूह की हालिया सफलताओं को स्वीकार करते हुए, जयशंकर ने 10वें माइक्रोनेशियन खेलों की मेजबानी और 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में उनकी भागीदारी के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमने पिछले महीने 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया. मैं माजुरो में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करने के लिए महामहिम, राष्ट्रपति डॉक्टर हिल्डा हैन को धन्यवाद देता हूं.
भारत और मार्शल द्वीप समूह के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों पर विचार करते हुए, जयशंकर ने भारत प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच (FIPIC) के तहत द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भारत और मार्शल द्वीप समूह के बीच मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों का एक लंबा इतिहास है, जो पिछले कुछ वर्षों में भारत प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच (FIPIC) के तत्वावधान में भी विस्तारित हुआ है.
इसके बाद उन्होंने तीसरे FIPIC शिखर सम्मेलन के दौरान प्रशांत द्वीप समूह के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को याद किया. जयशंकर ने कहा कि प्रशांत क्षेत्र के द्वीप छोटे द्वीप नहीं हैं, बल्कि बड़े महासागरीय देश हैं. हम सतत विकास की खोज में प्रशांत द्वीप समूह का समर्थन करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं.