कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने केंद्र में प्रस्तावित भाजपा नीत एनडीए सरकार को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया. उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक की पार्टियां घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रही हैं और सही समय पर उचित कदम उठाएंगी.
ममता ने कहा 'आज इंडिया ब्लॉक ने भले ही केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया हो, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि कल ऐसा नहीं होगा. एनडीए की सरकार बनाने की ये कोशिश मूलतः देश के लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है. अगर यह सरकार बनी तो यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक होगी.'
शपथ ग्रहण में नहीं शामिल होंगी ममता :ममता ने यहां अपने आवास पर नवनिर्वाचित पार्टी सांसदों और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह बात कही. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी.
'जनादेश बीजेपी के खिलाफ': पत्रकारों से बात करते हुए तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, 'नतीजों से साफ है कि जनादेश बीजेपी के खिलाफ है. देश को बदलाव की जरूरत है और हम (इंडिया ब्लॉक) इंतजार कर रहे हैं और देख रहे हैं. इस जनादेश के बाद नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए. मोदी को जाना चाहिए था.' संसद में तृणमूल कांग्रेस का रुख बताते हुए ममता ने कहा कि उनकी पार्टी नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन को वापस लेने की मांग करेगी.
ममता ने कहा कि 'किसी को यह समझना चाहिए कि अगर हम लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या जोड़ दें तो तृणमूल कांग्रेस के पास अब 42 सदस्य हैं. हम संसद में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं और हमारे सदस्य सरकार के किसी भी मनमाने कदम के खिलाफ मुखर रहेंगे. हम चाहते हैं कि सीएए को रद्द किया जाए या जिलाधिकारियों की पहले की निर्णय लेने की शक्तियां बहाल की जाएं. हम एनआरसी के कार्यान्वयन के सख्त खिलाफ हैं और हम समान नागरिक संहिता के खिलाफ अपने रुख के साथ-साथ इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे.'