दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

झारखंड में पहले चरण का चुनाव प्रचार समाप्त, इंडिया ब्लॉक जीत को लेकर आश्वस्त

कांग्रेस झारखंड मे जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है.

Etv Bharat
सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खड़गे, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नेता कल्पना सोरेन (ANI)

By Amit Agnihotri

Published : Nov 11, 2024, 10:35 PM IST

नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का चुनाव प्रचार सोमवार को समाप्त हो गया. कांग्रेस राज्य में जीत को लेकर आश्वस्त है. पार्टी ने सोमवार को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कहा कि, झारखंड में 13 नवंबर को होने वाले पहले चरण के 43 विधानसभा सीटों पर इंडिया ब्लॉक के जीतने की संभावना बेहतर है.

गठबंधन प्रबंधकों ने गठबंधन के प्रोजेक्शन, सामाजिक कल्याण एजेंडे पर इसके फोकस और भागीदारों द्वारा एक-दूसरे के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने को ऐसे कारक बताया जो सत्तारूढ़ गठबंधन को लाभ पहुंचाएंगे.गठबंधन प्रबंधकों ने यह भी कहा कि 43 सीटों में से, जबकि आदिवासी क्षेत्रों में झामुमो मजबूत है, कांग्रेस शहरी क्षेत्रों में भाजपा से मुकाबला करेगी.

झारखंड में एआईसीसी के समन्वयक बीके हरि प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया कि,पिछले चुनाव की तुलना में पहले चरण की सीटों पर इंडिया ब्लॉक के जीतने की संभावना बेहतर है क्योंकि वे अब तक सामान्य रहे हैं. उन्होंने कहा कि, यहां गठबंधन मजबूत रहा और केवल सामाजिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया, जो मतदाताओं के लिए मायने रखता है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, जहां झामुमो नेतृत्व ने राज्य सरकार की योजनाओं को हरी झंडी दिखाई, वहीं कांग्रेस ने आदिवासी राज्य के लिए सात गारंटियों पर प्रकाश डाला. कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और मौजूदा मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया, जबकि झामुमो अभियान का नेतृत्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन ने किया.

एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा कि, कल्पना सोरेन इंडिया ब्लॉक के लिए एक स्टार प्रचारक के रूप में उभरी हैं, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस बड़कागांव उम्मीदवार अंबा प्रसाद के लिए वोट मांगे और इससे पहले महिला कल्याण योजना को बढ़ावा देने के लिए महागामा से चुनाव लड़ रही कांग्रेस मंत्री दीपिका पांडे सिंह के साथ राज्य का दौरा किया था.

कल्पना सोरेन को घाटशिला में एक रैली को संबोधित करने के बाद जगन्नाथपुर और लातेहार जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. इसलिए, उन्होंने मोबाइल फोन पर जनता को अपना संदेश दिया. झामुमो के एक नेता ने कहा, "वह आदिवासी अधिकारों और संविधान बचाने के मुद्दों पर भाजपा को चुनौती दे रही हैं और उन्होंने झामुमो कार्यकर्ताओं को मतदान के दिन ईवीएम पर सावधानीपूर्वक नजर रखने की याद दिलाई है."

पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी पूरे राज्य में इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया और उन्होंने आदिवासी राज्य के प्राकृतिक संसाधनों पर नजर रखने के लिए भगवा पार्टी की आलोचना की, जबकि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने 10 नवंबर को कोडरमा में प्रचार किया, जहां उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के राज्य के दौरे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भी राज्य में प्रचार किया, जहां उन्होंने भगवा पार्टी के नेताओं पर झारखंड में घुसपैठियों के घुसने का आरोप लगाने के लिए निशाना साधा.

इमरान ने अपनी रैलियों के दौरान राज्य के नक्शे दिखाए और सवाल किया कि घुसपैठिए राज्य में कैसे आ गए, जिसकी सीमा किसी भी पड़ोसी देश से नहीं लगती. इसलिए, उन्होंने कहा कि अगर कोई घुसपैठ होती है तो उसे रोकना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है. इमरान प्रतापगढ़ी ने ईटीवी भारत से कहा, "यह मतदाताओं को गुमराह करने और उनका ध्रुवीकरण करने के लिए किया जा रहा था, लेकिन लोग सतर्क हो गए हैं और जानते हैं कि पिछले पांच सालों में उनका ख्याल किसने रखा. भाजपा ने पहले अवैध तरीकों से भारत ब्लॉक सरकार को गिराने की कोशिश की और मतदाता इसे सबक सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि, वे मतदाताओं को सिर्फ यह याद दिलाना चाहते हैं कि वे प्यार की दुकानें खोलने और सबके लिए काम करने आए हैं.

ये भी पढ़ें: JMM की आदिवासी वोट बैंक पर नजर! 'सरना धर्म कोड' लागू करने का किया वादा

ABOUT THE AUTHOR

...view details