नई दिल्लीःदिल्ली में कोचिंग सेंटर में हुई घटना की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने समिति गठित कर दी है. कमेटी 30 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी. कमेटी में अतिरिक्त सचिव, MoUHA, प्रमुख सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, विशेष CP, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय संयोजक होंगे. मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि समिति घटना के कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी.
LG ने 10 लाख रुपए मुआवजा देने का किया ऐलानः वहीं, LG वीके सक्सेना ने हादसे में मारे गए तीनों सिविल सेवा उम्मीदवारों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. राज निवास की ओर से जारी बयान के अनुसार, एलजी ने इस दुखद घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और 24 घंटे के भीतर दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), पुलिस और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.
उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने की घटना में दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के तहत गठित एमसीडी और डीएफएस का एक संयुक्त कार्य बल राजेंद्र नगर क्षेत्र की सभी इमारतों का सर्वेक्षण भी करेगा. बयान में कहा गया है कि यह सभी बेसमेंट और अन्य अवैध संरचनाओं को सील कर देगा, जो भवन उपनियमों, एमपीडी 2021 और अग्नि सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करते हैं.
किसी जिम्मेदार अफसरों को नहीं बख्शा जाएगा:वहीं, दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की वजह से हुई तीन छात्रों की मौत पर गहरा दु:ख जताया. साथ ही कहा कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई थीं. इसके बाद एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार को एक पत्र भी लिखा था जिसमें निर्देश दिए गए कि जो भी कोचिंग सेंटर अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं या फिर नियम और कानून के तहत नहीं चल रहे हैं, उन सभी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए.