अमरावती: किसानों के लिए खेती उनकी उम्मीद होती है. इन उम्मीदों को पूरा करने के लिए पानी का होना बेहद जरूरी है. इसलिए खेत के पास कुएं का होना आवश्यक है. वैसे सभी जानते हैं कि कुएं के पानी से खेतों में फसलें लहलहाती हैं. हालांकि, महाराष्ट्र के एक किसान ने जल से भरे एक ऐतिहासिक कुएं को बंद कर दिया. सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? ऐसी क्या मजबूरी थी, जिसके कारण किसान को ऐसा कठोर कदम उठाना पड़ गया. बता दें कि, पयविहिर महाराष्ट्र का एक छोटा सा गांव है जो राज्य के अमरावती, अचलपुर जिले में स्थित है. यह मुंबई से 641 किमी दूर है.
जब 'ईटीवी भारत' ने इस बारे में जानने की कोशिश की तो खेत के मालिक राधेलाल मोरले से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. उन्होंने कहा कि, इस कुएं के कारण ही खेत नष्ट हो गया था. इस क्षेत्र में भूमिगत जल का भण्डार प्रचुर मात्रा में है. जानकारी के मुताबिक, इस ऐतिहासिक कुएं में बारह महीने भरपूर पानी रहता था. बरसात के दिनों में यह कुआं इतना भर जाता था कि राधेलाल मोरले का खेत बह जाता था. पूरे बरसात के मौसम में खेतों में इधर-उधर पानी जमा रहता था. परेशान होकर राधेलाल मोरले ने इस कुएं को बंद करने का फैसला किया. क्योंकि कुएं में पानी होने के कारण उन्हें खेती करने में काफी परेशानी हो रही थी.