बिलासपुर में दो बच्चों की मौत के बाद हरकत में सरकार, खास सीरीज के वैक्सीन को लेकर टीकाकरण पर रोक - health minister Ban on vaccination - HEALTH MINISTER BAN ON VACCINATION
बिलासपुर में हुई दो मौतों के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन पर रोक लगा दी है. जिस बैच के वैक्सीन से बच्चों की मौत हुई है. उसी बैच के वैक्सीन को वैक्सीनेशन लिस्ट से हटाया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल (ETV Bharat)
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: चिरमिरी दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने रविवार को एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने बिलासपुर जिले में वैक्सीन से हुई दो बच्चों की मौत के मामले को गंभीरता से लिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने तत्काल प्रभाव से राज्य में वैक्सीनेशन अभियान को अस्थाई रूप से रोकने का निर्देश दिया है.
स्वास्थ्य मंत्री का आदेश:मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि, "इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निष्पक्ष जांच के लिए एक राज्य स्तरीय जांच टीम गठित की गई है. यह टीम जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पेश करेगी, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके. जांच पूरी होने तक राज्य में वैक्सीनेशन का काम बंद रहेगा. साथ ही अगर जांच में किसी भी तरह की लापरवाही सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
"जिस वैक्सीन को लेकर यह घटना हुई है, वही वैक्सीन पहले भी कई बच्चों को दी गई थी. तब ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया था, लेकिन हाल ही में कुछ बच्चों की मौत ने सरकार को सतर्क कर दिया है. इसलिए राज्य सरकार ने तुरंत इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. हमने उस सीरीज के वैक्सीन को टीकाकरण के इस्तेमाल से हटा दिया है. उस पर रोक लगा दी है." - श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़
क्या है बिलासपुर की घटना: बिलासपुर के कोरीपारा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में शुक्रवार को टीकाकरण किया गया. गांव के 7 बच्चों को बीसीजी और पेंटा वन का टीका लगाया गया था, जिसके बाद 2 माह के बच्चे और 3 दिन की मासूम की मौत हो गई. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग फौरन हरकत में आया और अन्य 5 मासूमों को ऑब्जर्वेशन के लिए कोटा सीएचसी में भर्ती कराया.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार पहले से ही गंभीर है. इस घटना ने स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना दिया है. राज्य के नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने यह निर्देश दिया है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, स्पष्टता नहीं आ जाती. तब तक एक खास सीरीज के वैक्सीन के टीकाकरण पर रोक जारी रहेगी.