पानीपत / सिरसा : हरियाणा में सियासी तूफान आया हुआ है. एक तरफ बीजेपी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं तो वहीं बीजेपी से फ्लोर टेस्ट की डिमांड करने वाली जेजेपी भी कम मुसीबत में नहीं है.
मनोहर लाल खट्टर के साथ सीक्रेट मीटिंग :सूत्रों के हवाले से खबर है कि पानीपत में राज्य मंत्री महिपाल ढांडा के घर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 3 से 4 जेजेपी के विधायकों के साथ सीक्रेट मीटिंग हुई है. मीटिंग में देवेंद्र बबली, जोगीराम सिहाग, रामनिवास सुरजाखेड़ा के शामिल होने की खबर है. हालांकि राज्य मंत्री महिपाल ढांडा ने जेजेपी विधायकों के साथ मीटिंग होने के सवाल पर बोलते हुए साफ इनकार कर दिया. महिपाल ढांडा का कहना था कि करनाल से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्टर रोड शो खत्म कर लंच करने के लिए उनके घर आए हुए थे. हालांकि राज्य मंत्री ये बात कहना नहीं भूले कि उनकी सरकार के पास बहुमत कम नहीं बल्कि ज्यादा है. महिपाल ढांडा ने कांग्रेस और जेजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियां सपने देख रही है, लेकिन ऐसा नहीं होता. लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी 10 की 10 सीटें जीत रही है और विधानसभा चुनाव में भी बहुत बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. वहीं जब उनसे जेजेपी विधायकों के संपर्क में होने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि संपर्क तो हर किसी के साथ होता है.
"विपक्ष अपना गणित सुधारे" :वहीं सिरसा पहुंचे हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सरकार के अल्पमत में होने के सवाल पर बोलते हुए कहा कि फिलहाल हरियाणा सरकार पर कोई संकट नहीं है. फिलहाल अविश्वास प्रस्ताव आने की कोई संभावना नज़र नहीं आती. ऐसा कुछ होगा तो राज्यपाल पहले विधायकों के संख्याबल को टटोलेंगे और फिर मामले में फैसला करेंगे. जहां तक अल्पमत का सवाल है तो विपक्ष को सिर्फ अपना गणित देखने की जरूरत नहीं है, उसे दूसरे के गणित को भी समझने की दरकार है. कांग्रेस और जेजेपी पार्टी के कई विधायकों से बीजेपी के व्यक्तिगत संबंध हैं. विधायकों की राज्यपाल के सामने हाजिरी भी करवानी होगी. विपक्ष के किसी कागज पर लिखकर देने से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
JJP ने विधायकों को भेजा कारण बताओ नोटिस : वहीं इस बीच हरियाणा में जननायक जनता पार्टी ने अपने तीन विधायकों को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है. पूर्व मंत्री और विधायक देवेंद्र बबली, जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजते हुए पार्टी के खिलाफ बयानबाजी और उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर जवाब मांगा है.