गुरुग्राम :हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स टीम को एक ऐसे गैंगस्टर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है, जिसने हत्या, लूट जैसी दो दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया था. साल 2015 में मर्डर के एक केस में राजस्थान कोर्ट से इस गैंगस्टर को आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी है. साल 2020 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद गैंगस्टर फर्जी पासपोर्ट के आधार पर विदेश चला गया और वहीं से ही गैंग चलाने लगा. इस पर राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली पुलिस की तरफ से करीब 2 लाख रुपए का इनाम भी घोषित था. आरोपी को विदेश से डिपोर्ट कराने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर हरियाणा एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को अदालत में पेश कर उसे रिमांड पर लिया गया है. एसटीएफ हरियाणा के डीआईजी सिमरदीप सिंह की माने तो आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वे लंबे समय से कोशिश कर रहे थे. गृहमंत्रालय की मदद से आरोपी का पासपोर्ट रद्द कराने के साथ ही उसे वापस इंडिया डिपोर्ट किया गया और एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया.
विदेश भाग गया था गैंगस्टर :डीआईजी सिमरदीप के मुताबिक, आरोपी राकेश उर्फ काला खैरामपुरिया साल 2014 से लूट, डकैती की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय था. साल 2015 में राजस्थान में एक हत्या के केस में उसे उम्रकैद की सजा हुई थी. साल 2020 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद उसने हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली सहित आसपास के राज्यों में आतंक मचाना शुरू कर दिया. फतेहाबाद में एक हत्या के मामले में साल 2023 में हरियाणा की कोर्ट से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया. इसके साथ ही उसने एक शोरूम के बाहर गोलियां चलाने के साथ ही बमबारी भी की थी. वहीं, दिल्ली के रजोरी गार्डन एरिया में भी आरोपी ने एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इसी दौरान वो फर्जी पासपोर्ट के आधार पर देश से भागने में कामयाब रहा. इसके बाद वो यूएई और थाईलैंड जैसे देशों में रहकर अपने गैंग को इंडिया में ऑपरेट कर रहा था
रिमांड में गैंगस्टर राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया :फिलहाल एसटीएफ ने उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया है. हालांकि अभी तक एसटीएफ ने ये खुलासा नहीं किया है कि वो वर्तमान में किस देश में था और कहां से उसे डिपोर्ट कराया गया है. इसके साथ ही किस नाम से पासपोर्ट बनाया गया था इसका भी खुलासा करने से एसटीएफ बच रही है. एसटीएफ का कहना है कि अभी मामले में कड़ी से कड़ी जोड़कर आरोपी के गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.